एथेनॉल को लेकर भारत के लिए अपार संभावनाएं: टोयोटा

नई दिल्ली : टोयोटा ने कहा कि, एथेनॉल में स्वदेशी और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत के रूप में भारत के लिए जबरदस्त क्षमता है, जो जीवाश्म ईंधन की खपत, ऊर्जा आयात बिल और कार्बन उत्सर्जन को काफी कम कर सकता है। एथेनॉल के अत्याधिक उपयोग से किसानों की आय में भी वृद्धि होगी और नए रोजगार सृजित होंगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही अधिशेष चीनी और खाद्यान्न से सरकार के लिए राजस्व में वृद्धि होगी।

टोयोटा ने मंगलवार को भारत में फ्लेक्सी-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर अपना पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इस पहल ने अपनी उन्नत स्ट्रांग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल तकनीक के साथ एथेनॉल को बढ़ावा देने और जागरूकता पैदा करने के लिए कंपनी के पहले कदम को चिह्नित किया।

टोयोटा ने कहा कि, भारत ने तय समय से पांच महीने पहले ही 10% एथेनॉल सम्मिश्रण हासिल कर लिया है, जबकि 2025-26 तक पेट्रोल में 20% एथेनॉल सम्मिश्रण के कार्यान्वयन से 86 मिलियन बैरल गैसोलीन को प्रतिस्थापित करने की उम्मीद है। जिससे भारत के लिए 30,000 करोड़ की विदेशी मुद्रा बचत होगी और साथ ही 10 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी।

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