केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत अतीत की छाया से उभरा है और सम्पूर्ण विश्व भारत को उज्ज्वल स्थान के रूप में देख रहा है।
बुधवार को नई दिल्ली में उद्योग निकाय CII के वार्षिक सत्र 2023, “भविष्य के मोर्चे: प्रतिस्पर्धात्मकता, प्रौद्योगिकी, निर्वहनीयता और अंतर्राष्ट्रीयकरण’ को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि उन्होंने कहा कि नवोन्मेष, गुणवत्ता और लोगों की प्रतिभा पर पर्याप्त ध्यान केन्द्रित करने के साथ भारत के विकास की सीमा अनंत है।
गोयल ने यह भी कहा कि जनसंख्या को शिक्षित और प्रबुद्ध करना आवश्यक है क्योंकि अपनी तकनीकी और प्रबंधकीय प्रतिभा के साथ जनसांख्यिकीय लाभांश देश के लिए एक खजाना है।
साथ ही उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सम्पूर्ण विशव से कई देश अब भारत के साथ मुक्त-व्यापार समझौता करने के लिए इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब कनाडा, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ के साथ सिर्फ बातचीत नहीं कर रहा है, बल्कि व्यापार को लेकर समझौता वार्ता क्र रहा है जो वैश्विक व्यवस्था में भारत के बढ़ते महत्व का प्रतिक है।
उन्होंने इस बात का दावा करते हुए कहा की, यह एक नया भारत है जो अपनी क्षमताओं और क्षमता पर विश्वास करते हुए दुनिया के साथ मजबूती की स्थिति से जुड़ रहा है।
मंत्री ने भारत की अर्थव्यवस्था की पिछली सरकार के कार्यकाल से तुलना करते हुए कहा कि, नौ साल पहले भारत की आर्थिक विकास को रोकने वाली कई चुनौतियां थीं और उस समय भारत दुनिया के कमजोर पांच देशों में से एक था, किंतु अब सरकार के नौ साल के शासन के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कल्पना से परे परिवर्तन हुआ है। उन्होंने बताया कि, 2022 में एक छोटी अवधि को छोड़कर पिछले नौ साल अभूतपूर्व रहे हैं क्योंकि मुद्रास्फीति 4-4.5 प्रतिशत की सीमा में लगातार नियंत्रण में रही है।