भारत ने वैश्विक ऊर्जा संकट का सामना करने में बहुत लचीलापन प्रदर्शित किया है: पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने 9 सितंबर 2022 को आयोजित एक मीडिया कार्यक्रम में डीएसएफ बोली राउंड-III के तहत 31 डिस्कवर्ड स्मॉल फील्ड (डीएसएफ) ब्लॉक और सीबीएम बिड राउंड 4 के तहत 14 ईएंडपी घरेलू कंपनियों को अवार्ड किए गए सीबीएम ब्लॉकों के अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए जाने का अवलोकन किया।

कार्यक्रम के दौरान, मंत्री ने भारत ऊर्जा सप्ताह (आईईडब्ल्यू) 2023 के लिए लोगो का भी अनावरण किया, जो कि मंत्रालय का भारत के बेंगलुरु में 6 से 8 फरवरी 2023 तक होने वाला एक प्रमुख कार्यक्रम है।

अनुबंध विनिमय कार्यक्रम के बाद ओपन हाउस में, मंत्री ने निम्नलिखित को रेखांकित किया:

भारत ने वैश्विक ऊर्जा संकट का सामना करने में काफी लचीलापन प्रदर्शित किया है; भारत सरकार ने कच्चे तेल और गैस की वैश्विक कीमतों की अस्थिरता को कम करने और घटाने के लिए कई उपाय किए हैं। विकसित देशों में अप्रत्‍याशित वृद्धि की तुलना में भारत में ईंधन की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित किया गया है। अधिकांश विकसित देशों में जुलाई 2021 से अगस्त 2022 के दौरान गैसोलीन की कीमतों में लगभग 40 प्रतिशत की महत्वपूर्ण मुद्रास्फीति वृद्धि देखी गई है, जबकि भारत में, गैसोलीन की कीमत में 2.12 प्रति‍शत की कमी आई है; जुलाई 2021 से अगस्त 2022 के दौरान सभी प्रमुख व्यापारिक केंद्रों के गैस की कीमतों में भारी वृद्धि देखी गई है। अमेरिका के हेनरी हब में 140 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। जेकेएम मार्कर में लगभग 257 प्रतिशत और यूके, एनबीपी में 281 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जबकि भारत में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में सिर्फ 71 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।

एलपीजी के मोर्चे पर भी, पिछले 24 महीनों में, सऊदी सीपी मूल्य (हमारा आयात बेंचमार्क) में लगभग 303 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी अवधि के दौरान, भारत (दिल्ली) में रसोई गैस की कीमत में उस आंकड़े के दसवें हिस्से से भी कम यानी 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में, सरकार ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए अधिक ई एंड पी निवेश आकर्षित करने के लिए विभिन्न पहल कर रही है; भारत सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन के माध्यम से भारतीय उपभोक्ताओं को जोड़ने, रीगैसिफिकेशन क्षमता बढ़ाने, पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार करने और सीएनजी स्टेशनों की स्थापना के द्वारा ‘गैस आधारित अर्थव्यवस्था’ की ओर कदम बढ़ा रहा है।

नवंबर 2022 की समय सीमा से पहले, मई 2022 में पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण की उपलब्धि, इथेनॉल बनाने के लिए 2जी रिफाइनरियों की स्थापना, और कई अन्य पहल, ऊर्जा परिवर्तन के प्रति सरकार के संकल्प का प्रतीक है। ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, जिसके तहत मंत्रालय रिफाइनरियों द्वारा पायलट पैमाने और वाणिज्यिक परिमाण पर हरित हाइड्रोजन विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने की सुविधा प्रदान कर रहा है, इस प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है;
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना जैसी विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं के महत्व और ऊर्जा गरीबी को समाप्त करने, सामाजिक उत्थान सुनिश्चित करने और सामाजिक परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में इसकी भूमिका असाधारण रही है।
श्री पुरी ने भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 के बारे में कहा कि यह मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम होगा और भारत द्वारा जी 20 की अध्यक्षता ग्रहण करने के बाद यह पहला प्रमुख ऊर्जा कार्यक्रम भी होगा। यह आयोजन क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को ऊर्जा न्याय और ऊर्जा रूपांतरों के लिए रणनीतिक नीति और तकनीकी ज्ञान साझा करने के लिए एक साथ आने का एक अभूतपूर्व अवसर प्रदान करेगा।

(Source: PIB)

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