भारत भावनगर में कंटेनरों का निर्माण करेगा

अहमदाबाद: केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि, उत्पादन में बढ़ोतरी और कंटेनरों की कमी से आयात-निर्यात में हो रही देरी के चलते केंद्र सरकार गुजरात में भावनगर को कंटेनर हब के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहा है। कंटेनर उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के उद्देश्य से शुरू इस पहल के कारण निजी खिलाड़ियों से 1,000 करोड़ रुपये का निवेश और एक लाख रोजगार की सम्भवनाए है।

पोर्ट्स, शिपिंग और जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि, भारत को हर साल लगभग 3.5 लाख कंटेनरों की आवश्यकता होती है, लेकिन भारत में कोई कंटेनर उत्पादन नहीं होता है। हमें मुख्य रूप से चीन पर निर्भर रहना पड़ता है, जो कंटेनरों का एक मुख्य निर्माता है। अब हम गुजरात में भावनगर को कंटेनर हब के रूप में विकसित करना चाहते हैं और हमने पायलट आधार पर इसके उत्पादन के लिए 10 स्थानों को चुना है। पायलट परियोजना सफल रही है।

मंत्री मंडाविया ने कहा कि, पिछले छह महीनों के दौरान शिपिंग मंत्रालय ने भावनगर में कंटेनर उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहल की हैं। हम उम्मीद करते हैं कि निजी खिलाड़ी इस स्थान पर लगभग 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। उन्होंने कहा, हम एक लाख स्थानीय नौकरियों के निर्माण की भी उम्मीद करते हैं। मंडाविया ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने के लिए पहल की गई है।

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