कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए चीनी मिलों को दिशानिर्देश जारी; चीनी व्यापारियों को भी किया जा रहा है जागरुक

दिल्ली/लखनऊ, 16 मार्च: चीन के वुहान शहर से शुरु हुए कोरोना वायरस (कोविड-19) की चपेट में दुनिया के 140 से भी अधिक देश आ चुके है। पूरी दुनिया को भयभीत कर चुके इस वायरस से तकरीबन 6 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के प्रकोप से भारत भी अछूता नहीं रहा। भारत में कोरोना वायरस के मामले 148 के ऊपर पहुंच चुके है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित किया है।

विदेश से देश में और देश में भीड़-भाड़ भरे शहरों से होकर कोरोना की दस्तक अब गावों तक पहुंच चुकी है। गावों में किसानों तक कोरोना का असर न पहुंचे इसके लिए किसानों को कृषि उत्पादों की बिक्री और विपणन के दौरान सावधानियां रखने के निर्देश दिए है। किसानों और कृषि क्षेत्र से संबधित औद्योगिक इकाईयों में आने जाने वाले किसानों की सुरक्षा के मद्देनज़र सरकार ने गाइडलाइन जारी की है जिसका सभी को सतर्कता के साथ पालन करने के सख्त निर्देश है। उत्तर प्रदेश जैसे बडे कृषि उत्पादक राज्य में इन दिनों गन्ना पैराई सत्र चल रहा है। चीनी मिलों में गन्ना किसानों की आवाजाही और कर्मचारियों के बीच किसी भी तरह के संक्रमण की घटना को रोकने के लिए सरकार पूरी तरह सतर्क है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राजधानी लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह अलर्ट है। चीनी मिलों और औद्यगिक इकाईयों को बड़े स्तर के सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं करने के निर्देश दिए गए है। अगर किसी में भी कोरोना के लक्षण दिखे तो मिलों में आने वाले किसानों और मिल के कामगारों से संपर्क के दौरान दूरी बनाये रखने के अलावा साबुन से हाथ धोने के साथ साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा निर्देशों की पालना की जा रही है।

उत्तर प्रदेश कॉउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च के महानिदेशक डॉ. बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों को हमने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश दिए हैं। चीनी मिलों में काम करने वाले कर्मचारियों और मिल में गन्ना लेकर आ रहे किसानों के अलावा चीनी व्यापारियों को जागरुक किया जा रहा है। डॉ सिंह ने कहा कि चीनी मिल में आने वाले हर व्यक्ति को आते ही हाथों को साबुन से धोना चाहिए। हाथ साफ रखने के लिए अल्कोहल से तैयार हैंड रब का उपयोग किया जा सकता है। सभी को निर्देश दिए गए है कि खांसते और छींकते समय नाक और मुंह पर रुमाल रखें। चीनी मिलों में नियंत्रण कक्ष बनाए गए है ताकि किसी भी व्यक्ति को हल्के से लक्षण दिखने पर तत्काल अस्पताल में दाखिल करवाया जा सके।

आयुष मंत्रालय के सलाहकार डॉ मनोज नेसरी ने कहा कि कोरोना वायरस इन्सान में तेजी से फ़ैल रहा है। इसलिए किसानों को जागरुक करने की जरूरत है। डॉ नेसरी ने कहा कि कि घरों में बच्चों का और बुजुर्गों का विशेष तौर पर ध्यान रखें। शुद्द शाकाहारी और पौष्टिक भोजन करें। घर में देशी नुस्खे अपनायें। रोजाना आंवला, लहसुन, अदरक, तुलसी का पत्ता, काली मिर्च, का काढ़ा पीएं।

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