चीनी मिल कर्मचारियों का मुद्दा ईरान में हुआ गंभीर; सरकार से इस्तीफे की मांग

तेहरान: ईरान के हफ़्त तप्पेह चीनी मिल श्रमिकों ने बकाया मजदूरी और मिल को फिर से सार्वजनिक करने की मांग को लेकर पिछले 45 दिनों से हड़ताल जारी रखा है। दक्षिण-पश्चिमी ईरान के शुश में हफ़्त तप्पेह चीनी मिल के मज़दूरों को लगभग तीन महीने के बिना मजदूरी के 12 जून को बाहर बाहर का रास्ता दिखाया गया। गन्ना श्रमिकों ने बुधवार को सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर भीषण गर्मी में मार्च किया। सैकड़ों श्रमिक सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सड़कों पर उतरे। श्रमिक सुधारित नियमों और शर्तों के लिए दबाव डाल रहे हैं।

दक्षिण-पश्चिमी ईरान के शुश में हफ़्ते तपेह चीनी मिल में श्रमिकों को नौकरी से निकाला गया है। हफ़्त तप्पेह चीनी मिल 1961 में स्थापित किया गया था। 2016 में एक विवादास्पद सौदे में मिल का निजीकरण किया गया।

कर्मचारियों ने सरकार से इस्तीफे की मांग की और 50 डिग्री के तापमान में भी सरकार के खिलफ धरना दिया। आपको बता दे, चीनी मिल कर्मचारियों का मुद्दा अब देश में बहुत ही गंभीर मुद्दा हो गया है।

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