झारखंड भी एथेनॉल उत्पादन में बनना चाहता है एक प्रमुख राज्य

नई दिल्ली: झारखंड सरकार द्वारा नई दिल्ली में शनिवार को हुए दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन में कई कंपनियों ने झारखंड में निवेश करने की इच्छा जताई है। न्यू समृद्धि ऑर्गेनिक प्राइवेट लिमिटेड के विनय त्रिपाठी ने कहा कि, उनकी कंपनी राज्य में एथेनॉल उत्पादन के लिए गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) के साथ संयुक्त उद्यम में 600 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ हुए सवाल-जवाब सत्र में अपनी इच्छा व्यक्त की। इसी क्रम में उन्हें राज्य सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की आवश्यकता है ताकि GAIL के साथ एक संयुक्त उद्यम शुरू हो सके। उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि, इसके लिए वह उद्योग निदेशक से मुलाकात कर तत्काल पहल करेंगे।

डेली पायनियर में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वाइब्रेंट स्पिरिट प्राइवेट लिमिटेड के सिद्धार्थ कनोडिया ने रांची में एथेनॉल प्लांट लगाने की इच्छा जताई है।कनोदिया ने कहा कि, प्लांट स्थापित करने के लिए जमीन की समस्या है। उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि, रांची में एक औद्योगिक पार्क बन रहा है, जिसे एथेनॉल प्लांट के लिए चिन्हित किया जाएगा और इसमें 50 फीसदी की छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि, एथेनॉल प्लांट में 10 करोड़ तक की सब्सिडी का प्रावधान है। शिवनारायण जायसवाल प्राइवेट लिमिटेड ने रांची में 36 केएलपीडी एथेनॉल मैन्युफैक्चरिंग डिस्टिलरी स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।

दिल्ली में दो दिवसीय बैठक में निवेशकों को संबोधित करने वाले झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का लक्ष्य इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और एथेनॉल उत्पादन के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरना है।

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