कर्नाटक: चीनी मिलें अगर गन्ना भुगतान में हुए विफल तो होगी कार्रवाई

बागलकोट : शुगर मिनिस्टर शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने कहा कि, निजी चीनी मिलों ने 2021-22 के पेराई सत्र में गन्ना उत्पादकों को ₹19,364 करोड़ का भुगतान किया है और लंबित ₹381.72 करोड़ जल्द से जल्द जारी करने का प्रयास किया जाएगा।

द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने चेतावनी दी कि, 31 मई, 2022 तक कुल 24 चीनी मिलों ने 381.72 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया था और अगर वे अगले कुछ दिनों में इसे जारी करने में विफल रहे तो मिलों के प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा, 2021-22 के दौरान लगभग 622.26 lakh tonnes गन्ने की पेराई की गई और मिलों द्वारा 59 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया। मंत्री शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने कहा कि, कुछ मिलों ने एक टन गन्ने के लिए 3,500 रुपये का भुगतान किया, जबकि अन्य ने चीनी रिकवरी के आधार पर 3,100 रुपये प्रति टन से अधिक का भुगतान किया। मुनेनकोप्पा ने कहा कि,  सरकार ने एथेनॉल नीति का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया है। सरकार द्वारा पांडवपुरा, मांड्या और बागलकोट में स्थित त्रस्त चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने के लिए कदम उठाए गए है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here