कर्नाटक: मायशुगर मिल द्वारा प्रति दिन 3,000 टन पेराई का लक्ष्य

मंड्या : मायशुगर मिल में वर्ष 2023-24 के लिए गन्ना पेराई कार्य का आगमन हो चूका है। इस पर चीनी मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा वर्तमान सीजन के दौरान लगभग 3 लाख टन गन्ने की पेराई होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि, इस सीजन में प्रति दिन 3,000 टन पेराई का लक्ष्य है और आने वाले दिनों में यह 5,000 टन प्रति दिन तक जा सकता है। शुरुआत में, लगभग 1,500 टन से 2,000 टन गन्ने की पेराई की जाएगी। मंत्री पाटिल ने कहा की, टरबाइन में तकनीकी खराबी के कारण परिचालन शुरू होने में थोड़ी देरी हुई है।

मंत्री पाटिल ने कहा कि, मिल इस साल किसानों से गन्ना खरीदने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) का भुगतान करेगी।उन्होंने बताया कि, कम रिकवरी के बावजूद किसानों को पिछले साल प्रति टन गन्ने का 2,800 रुपये का भुगतान किया गया था। जिला प्रभारी मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी ने कहा कि, सरकार के हस्तक्षेप के कारण मिल चालू हो गया है और विश्वास जताया कि मायशुगर कुशलतापूर्वक काम करेगा।

सांसद सुमलता अंबरीश ने विश्वास जताया कि, पेराई कार्य शुरू होने से क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा।

मिल ने पेराई कार्यों के लिए पहले से ही श्रमिकों को तैनात कर दिया है और यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की गई है कि कटाई के 24 घंटों के भीतर पेराई पूरी हो जाए। प्रबंधन ने किसानों को आश्वासन दिया है कि, गन्ना आपूर्ति के एक पखवाड़े के भीतर उनके बकाया बिल का भुगतान कर दिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here