नई दिल्ली : भारत का अबतक का सबसे बड़ा भारतीय जीवन बीमा निगम की बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) 4 मई को खुलने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार की योजना 5 प्रतिशत के बजाय 3.5 प्रतिशत हिस्सा बेचने की है, जैसा कि पिछले ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में बताया गया है। एलआईसी ने बाजार की स्थिति को देखते हुए आईपीओ के आकार को 5 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया है। एलआईसी के आईपीओ के आकार को उसके ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में प्रस्तावित 5 प्रतिशत से घटाकर 3.5 प्रतिशत करने का प्रस्ताव शनिवार को आयोजित बोर्ड की बैठक में रखा गया और अनुमोदित किया गया।
पिछले महीने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। कंपनी ने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है। आईपीओ लॉन्च करने के लिए उसके पास 12 मई तक का समय है। अगर यह 12 मई तक नहीं किया जाता है, तो कंपनी को बाजार नियामक के पास नए कागजात दाखिल करने होंगे। सरकार शुरू में एलआईसी को 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में सूचीबद्ध करना चाहती थी, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बाजार में गिरावट के बाद आईपीओ में देरी हुई।