लॉकडाउन के बावजूद लोनी चीनी मिल का पिछले सीजन के मुकाबले ज्यादा गन्ना पैराई होने की संभावना

लोनी, दिल्ली, 27 अप्रैल: देशव्यापी लॉकडाउन के बीच केन्द्र सरकार ने देश में चीनी मिलों के लिए गन्ना पैराई सत्र में सभी तरह की सहूलियतें देने का काम किया है। देश के सबसे बडे राज्य उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों में काम की रफ़्तार और चीनी उत्पादन पर असर न पडे इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महत्वपूर्ण निर्णय लेकर चीनी मिलों को सुचारु चलाने का काम किया है।

राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर के लोनी स्थित चीनी मिल के उप महाप्रबंधक (केन) बलबीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे डीसीएम श्रीराम ग्रुप की यहां चार चीनी मिल है। हरियावा चीनी मिल हरदोई, रुपासर, साहबाद लोनी, और अजबापुर चीनी मिल। इन सभी मिलो में हमने लगातार गन्ना पैराई जारी रखा है। शासन के आदेशानुसार लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए हमने सभी चीनी मिलों में गन्ना पैराई करवाई है। सरकार के निर्देशानुसार किसानों को मास्क और सैनेटाइजर देकर कोरोना से बचाव को लेकर भी किसानो को जागरुक किया है। यही वजह रही कि न तो हमारी चीनी मिलों मे कोई कारोना संक्रमित निकला और ना ही हमारे गन्ना उत्पादक किसानों से ऐसी अप्रिय खबर आयी।

लोनी चीनी मिल के यूनिट हेड पंकज सिंह से बात की गयी तो उनका कहना कि लॉकडाउन के बावजूद हम इस सत्र में लगभग 600 लाख क्विंटल गन्ना पैराई कर रहे है जबकि बीते साल हमने 548 लाख क्विटल गन्ने की पेराई की थी। जो बीते साल से अधिक ही है। कुल गन्ने का 11 फीसदी के करीब चीनी उत्पादन हम कर रहे है। पंकज सिंह ने कहा कि इस साल हमने बी हैवी सीरा ज्यादा लिया था क्योंकि सरकार ने सी के साथ बी मोलासिस को भी इथेनॉल बनाने की मंजूरी दे रखी थी। पंकज ने कहा कि पिछले साल चीनी का स्टॉक बढ़ने सें सरकार ने इथेनॉल बनाने के नियमों मे कुछ रियायत दे दी थी इसलिए हमने बी मोलोसिस बनाया। पंकज सिंह ने कहा कि इस बार सीजन में बारिश अच्छी होने से गन्ने से शर्करा भी अच्छी मात्रा में निकल रहा है। इससे चीनी की मिठास और भी अच्छा स्वाद घोलेगी।

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