महाराष्ट्र: 20 इथेनॉल डिस्टिलरीज ने मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए व्यक्त की रुचि

औरंगाबाद: उस्मानाबाद में धाराशिव चीनी मिल के इथेनॉल इकाई में मामूली बदलाव करके मेडिकल ऑक्सीजन के सफल उत्पादन से उत्साहित होकर, महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से कुल 20 इथेनॉल डिस्टिलरी ने इसी तरह ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट स्थापित करने में अपनी रुचि व्यक्त की है। इतना ही नही उत्तर प्रदेश सरकार भी कोरोना की तीसरी लहर से पहले ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 15 इथेनॉल प्लांटों में ‘उस्मानाबाद पैटर्न’ को लागू कर रही है।

पहले से ही मेडिकल ऑक्सीजन के उप्तादन के लिए आवश्यक उपकरण के लिए ऑर्डर दे दिए हैं। जिसमें कंप्रेसर भी शामिल हैं, जिन्हें ताइवान, कोरिया और अमेरिका से आयात किया जाना है। राज्य में 195 चीनी मिलें हैं, जिनमें से 137 में इथेनॉल प्लांट हैं। इसके अलावा, राज्य भर में एक दर्जन से अधिक एकल इथेनॉल प्लांट हैं।

अभिजीत पाटिल, जो उस्मानाबाद में अपने धाराशिव चीनी मिल स्थित इथेनॉल प्लांट को बदलकर मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन उत्पन्न करने वाले देश के पहले व्यक्ति हैं, अब देश के सभी मिलों की सहायता कर रहे हैं। पाटिल ने कहा, मुझे खुशी है कि हमारी परियोजना ने राज्य के साथ-साथ देश भर के चीनी मिलों के मालिकों को प्रभावित किया है। अकेले महाराष्ट्र से 20 लोगों ने ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने में रुचि दिखाई है, जबकि उनमें से दो ने पहले ही आवश्यक सामग्री के ऑर्डर दे दिए हैं। आज की तारीख में पाटिल की इकाई 96 प्रतिशत शुद्ध ऑक्सीजन पैदा कर रही है और एक सप्ताह के भीतर, इकाई प्रतिदिन 20 टन ऑक्सीजन पैदा करेगी और यह उस्मानाबाद जिले की आवश्यकता से भी अधिक है।

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