मुंबई: महाराष्ट्र भर में रेस्तरां, बार और होटलों के मालिकों ने अगर राज्य सरकार ने होटलों की समयसीमा कम से कम 10 बजे नहीं की, तो 10 अगस्त को मूक विरोध (silent protest) मार्च निकालने का फैसला किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, राज्य में सभी होटल संघों और उनके शीर्ष निकायों की संयुक्त बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया। होटल उद्योग ने पहले ही शाम 4 बजे के बाद होटलों को संचालित करने की अनुमति नहीं देने पर कथित भेदभाव पर निराशा व्यक्त की है, जबकि अन्य सभी आउटलेट अब रात 10 बजे तक काम कर सकते हैं।
संगठन के अध्यक्ष शिवानंद शेट्टी ने कहा कि, विरोध मार्च से पहले सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने के अलावा उद्योग की स्थिति पर मीडिया को संबोधित करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। होटलों के मालिकों ने दावा किया कि, अन्य व्यवसायों की तुलना में रेस्तरां और होटलों के कारण कोविड ज्यादा फैलने का कोई सबूत नहीं है, बावजूद इसके रेस्तरां, बार और होटलों रात दस बक शुरू करने की अनुमति नही दी जा रही है। मुंबई शहर में दुकानों की संख्या रेस्तरां की संख्या से कम से कम 10 गुना अधिक होगी। हम यह समझने में विफल हैं कि किसी अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को कम न करते हुए एक रेस्तरां के समय में कटौती कैसे महामारी को रोक सकती है।
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