महाराष्ट्र में सीजन 2021-2022 में बड़ी तादाद में चीनी मिलों ने पेराई में भाग लिया है। इस सीजन में निजी चीनी मिलें ज्यादा संख्या में संचालन में है।
राज्य में सबसे ज्यादा चीनी मिलें सोलापुर विभाग में परिचालन में है। सोलापुर में सबसे ज्यादा 45 चीनी मिलों में पेराई शुरू है। यहाँ 15 जनवरी 2022 तक 141.47 लाख टन गन्ना पेराई कर 126.55 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन किया गया है।
चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, सीजन 2021-22 में 15 जनवरी, 2022 तक महाराष्ट्र में कुल मिलाकर 192 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है। जिसमे 95 सहकारी एवं 97 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 594.06 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। राज्य में अब तक 588.43 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 9.91 प्रतिशत है।
राज्य में सबसे ज्यादा चीनी उत्पादन कोल्हापुर विभाग में हुआ है। कोल्हापुर विभाग में फिलहाल 142.24 लाख टन गन्ना पेराई कर 160.12 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। और यहाँ चीनी रिकवरी 11.26 प्रतिशत है।
सीजन 2021-22 में 15 जनवरी, 2022 तक पुणे में कुल मिलाकर 29 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है। जिसमे 16 सहकारी एवं 13 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 121.05 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। पुणे विभाग में अब तक 122.24 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। पुणे विभाग में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 10.10 प्रतिशत है।