महाराष्ट्र: कोल्हापुर जिला गन्ना मूल्य देने में प्रदेश में सबसे आगे

कोल्हापुर: महाराष्ट्र में 2023-24 सीजन के लिए गन्ना मूल्य देने में कोल्हापुर जिला सबसे आगे है। जिले की रेणुका शुगर की पंचगंगा इकाई ने सबसे पहले बिना किसी कटौती के 3,300 रुपये प्रति टन की उच्चतम कीमत की घोषणा की है। यह कीमत प्रदेश में अब तक ऐलान किये गये दरों में सबसे ज्यादा है। सांगली, सतारा, सोलापुर, अहमदनगर, पुणे, लातूर आदि जिलों में स्थित किसी भी मिल ने इतनी कीमत नहीं दी है।

कोल्हापुर जिले के हजारों किसान होंगे लाभान्वित…

स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता और पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने पिछले सीजन के पेराई किये गये गन्ने के लिए अतिरिक्त 400 रुपये की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने सांगली और कोल्हापुर जिलों में चीनी मिलों के खिलाफ विरोध मार्च का आयोजन किया था। इस मार्च को गन्ना किसानों का साथ मिला था। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, आंदोलन अंकुश, शेतकरी संघठनों द्वारा पिछले दो माह से किये गये गन्ना मूल्य आंदोलन के चलते कोल्हापुर जिले के हजारों किसान लाभान्वित होने वाले है।

किसानों को पिछले सीजन के मिलेंगे 1 अरब रुपये!

किसानों को उनके पसीने की कीमत मिल सके, इसलिए पिछले दो महीनों से चीनी मिलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे स्वाभिमानी शेतकरी संगठन, और अन्य किसान संगठनों के कारण कोल्हापुर जिले के हजारो गन्ना किसानों को पिछले सीजन में मिल में डाले गए गन्ने का लगभग 98 करोड़ रुपये यानी लगभग 1 अरब रुपये मिलेंगे।

इतिहास में सबसे अधिक दर : पी. एम. पाटिल

देशभक्त रत्नाप्पाण्णा कुंभार पंचगंगा सहकारी चीनी मिल की लीज इकाई श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड ने इस साल 2023-24 के पेराई सीजन के लिए बिना किसी कटौती के प्रति टन गन्ने की उच्चतम कीमत 3,300 रुपये प्रति टन की घोषणा की है। मिल के चेयरमैन पी. एम. पाटिल ने दावा किया की, यह दर राज्य और मिल के इतिहास में सबसे अधिक दर है। चेयरमैन पाटिल ने कहा कि, मिल ने हर साल अधिक दाम देने की अपनी परंपरा कायम रखी है।

सांगली : प्रति टन 3100 रुपये देने का मिलर्स का फैसला…

सांगली जिले की चीनी मिलों ने इस सीजन में प्रति टन 3,100 रुपये गन्ना मूल्य देने का फैसला किया है। पूर्व मंत्री एवं विधायक डाॅ. विश्वजीत कदम ने यह जानकारी दी। इस बीच स्वाभिमानी शेतकरी संगठन को यह फैसला मंजूर नहीं है, इसलिए संगठन आंदोलन की स्थिति में है। विधायक डॉ. विश्वजीत कदम की पहल पर कडेगांव में बैठक हुई। इस समय प्रति टन गन्ने पर 3100 रुपये का भुगतान करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सांसद संजय पाटिल, क्रांति कारखाना के पूर्व अध्यक्ष, विधायक अरुण लाड, मानसिंगराव नाईक, पृथ्वीराज देशमुख, उदगिरि शुगर के उत्तमराव पाटिल, युवा नेता विशाल पाटिल, राजारामबापू फैक्ट्री के उपाध्यक्ष विजय पाटिल, दत्त इंडिया के जितेंद्र धारू, हुतात्मा फैक्ट्री के अध्यक्ष वैभव नायकवाड़ी आदि उपस्थित थे।

सोलापुर: गन्ना मूल्य 2400 से 2800 रुपये के बीच

सोलापुर में इस साल गन्ने की कमी के कारण चीनी मिलों द्वारा अधिकतम मूल्य घोषित करने की प्रतियोगिता शुरू हो गई है और इसमें मंगलवेढ़ा तालुका भी पीछे नहीं रहा। तालुका में मिलों ने पहले घोषित दरों में फिर से वृद्धि शुरू कर दी है। अवताडे शुगर ने पहले गन्ने की पहली किस्त 2,551 रुपये देने की घोषणा की थी। हालाँकि, जैसा कि अन्य मिलों ने उच्च दरों की घोषणा की है, अवताडे शुगर ने भी 2711 रुपये की पहली किस्त की घोषणा की है। दामाजी शुगर ने 2511 रुपये, भैरवनाथ शुगर 2725 रुपये और युटोपियन शुगर ने 2711 रुपये का ऐलान किया है।

अहमदनगर : चीनी मिलों को एफआरपी घोषित करने का आदेश…

अहमदनगर प्रमंडल की चीनी मिलों ने हर साल की तरह इस साल भी गन्ने की कीमत घोषित करने में कोताही बरती है। 22 नवंबर को कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक में यह बात सामने आई कि जिले की कई मिलों ने अब तक गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं की है। बैठक में जिलाधिकारी ने चीनी मिलों को दो दिन के अंदर मूल्य घोषित करने का आदेश दिया है।

 

महाराष्ट्र के पराई सीजन की यह है अपडेट…

आपको बता दे की, प्रदेश 1 नवंबर 2023 से पेराई सीजन शुरू हो गया है, और 23 नवंबर 2023 के अंत तक 116 लाख 93 हजार टन गन्ने की पेराई हुई है।7.66 प्रतिशत औसत रिकवरी के साथ 89 लाख 56 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ है।वर्तमान में 79 सहकारी और 82 निजी चीनी मिलें हैं। इसमें 161 मिलों से चीनी का उत्पादन शुरू हो गया है।

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