मुंबई: भारत के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र के शुरू होने वाले अगले चीनी सीजन में 5.6 फीसदी की वृद्धि के साथ चीनी उत्पादन 112 लाख टन तक पहुंचने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता वाली मंत्रियों की समिति ने सोमवार को 15 अक्टूबर से पेराई सीजन शुरू करने का फैसला किया। सीजन 2021-22 के लिए गन्ने का रकबा बढ़कर 12.32 लाख हेक्टेयर हो गया है, जबकि गन्ने का प्रति हेक्टेयर उत्पादन 97 टन होने की उम्मीद है। सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है की, हमें उम्मीद है कि अगले सीजन में 193 चीनी मिलें चालू हो जाएंगी, जो लगभग 1096 लाख टन गन्ना पेराई करेगी।
इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, राज्य के चीनी आयुक्तालय के अनुसार, महाराष्ट्र की मिलों ने 2020-21 चीनी सीजन में 1013 लाख टन गन्ने की पेराई करके 106.4 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। महाराष्ट्र में 112 चीनी मिलों ने एथेनॉल निर्माण प्लांट स्थापित किए हैं, और वह 206 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन करती है। मंत्रियों की समिति ने राज्य के चीनी उद्योग को नियंत्रित करने वाले चीनी आयुक्तालय को उन चीनी मिलों को पेराई लाइसेंस जारी नहीं करने का निर्देश दिया, जिन्होंने किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया है। समिति ने निर्देश देते हुए कहा, केवल 146 चीनी मिलों ने किसानों का 100% उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) का भुगतान किया है।