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नयी दिल्ली , 22 फरवरी (PTI) दक्षिण पूर्वी एशियाई कंपनियों के लिए भारत में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के कई सारे अवसर हैं। इनमें चिकित्सा उपकरण , मछली पकड़ने और पोत निर्माण जैसे क्षेत्र शामिल हैं। वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री सी आर चौधरी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
चौधरी ने कहा कि भारत और दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन ‘ आसियान ‘ की कंपनियां दोनों क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ाने के लिए संयुक्त उद्यम बना सकती हैं और विनिर्माण शुरू करने के लिए यहां इकाइयां स्थापित कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही क्षेत्रों के लिए व्यापार एवं निवेश बढ़ाना महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों ही तरफ काफी संभावनाएं हैं।
चौधरी ने चौथे भारत – आसियान एक्सपो एवं शिखर सम्मेलन 2019 में कहा कि भारत ने निवेश को आकर्षित करने के लिए ‘ मेक इन इंडिया ‘ पहल के तहत कई कानूनों और नियमों को आसान बनाया है।
उन्होंने कहा , ” मैं आसियन के सदस्य देशों की कंपनियों से सूक्ष्म , लघु एवं मझोले उद्यम क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का आग्रह करना चाहूंगा। हम विमानन , मत्स्य उद्योग और पोत निर्माण जैसे कई क्षेत्रों में निवेश बढ़ा सकते हैं। हमें चिकित्सा उपकरण और सामग्री की जरूरत है और आसियान कंपनियों के पास इस क्षेत्र में यह एक अवसर है। ”
मंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों को उन क्षेत्रों के बारे में सोचने और बातचीत करने की जरूरत है , जहां व्यापार बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत और आसियान क्षेत्र के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2005-06 में 21 अरब डॉलर से बढ़कर 2017-18 में 82.33 अरब डॉलर हो गया। द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि की यह रफ्तार अभी भी ज्यादा नहीं है।
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