कोयंबटूर : आईसीएआर गन्ना संस्थान कोयंबटूर के निदेशक जी हेमाप्रभा ने कहा कि, गन्ने की खेती के मशीनीकरण से किसानों का फायदा बढ़ेगा।
दो दिवसीय प्रदर्शनी ‘केनफेस्ट 2022’ को संबोधित करते हुए हेमाप्रभा ने कहा कि, तमिलनाडु में प्रति हेक्टेयर गन्ने की खेती की औसत लागत 2 लाख है, जो देश में सबसे ज्यादा है। मैनुअल कटाई से किसानों द्वारा अर्जित लाभ में कमी आती है। किसानों को प्रति टन फसल कटाई के लिए 800-900 खर्च करने पड़ते हैं, जबकि गन्ने का बाजार मूल्य 3,000 प्रति टन है। क्सपो में करीब 50 स्टॉल लगाए गए। इससे पहले एक्सपो का उद्घाटन तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति वी गीतालक्ष्मी ने किया था।