लुधियाना: पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) में दूजी (द्वितीय) पंजाब सरकार-किसान मिलनी और ‘एनआरआई किसान सम्मेलन’ आयोजित किया गया था। कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल मुख्य अतिथि थे और पशुपालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर सम्मानित अतिथि थे। इस अवसर पर बोलते हुए कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कृषि मशीनीकरण और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए पंजाब सरकार के तहत कृषि इंजीनियरिंग निदेशालय के गठन की घोषणा की। मंत्री ने मक्का, कपास, गन्ना, दालें (ग्रीष्मकालीन मूंग की तरह), फलों और सब्जियों की बुवाई करके फसल पैटर्न में विविधता लाने की भी वकालत की।
किसानों ने गेहूं, धान, बासमती, मक्का, कपास, गन्ना, तिलहन, दालें, बाजरा और चारा, फल, सब्जियां, फूल और औषधीय पौधों, जैविक खेती से संबंधित कई प्रश्न पूछे। दोनों मंत्रियों के साथ पीएयू के कुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसाल और गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी (जीएडीवीएएसयू) के कुलपति डॉ. इंद्रजीत सिंह भी थे।
धालीवाल ने देश के अन्न भंडारों को भरने के लिए राज्य के किसानों के अथक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, पंजाब के किसानों और पीएयू ने हमेशा अपना साथ बनाए रखा है। उन्होंने कहा, पंजाब की 72 प्रतिशत आबादी कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में लगी हुई है, उन्होंने पिछले वर्षों के दौरान एक उपयोगी कृषि नीति की अनुपलब्धता पर गहरी चिंता व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप किसानों की आय में गिरावट आई थी। मंत्री भुल्लर ने कहा कि, राज्य सरकार पंजाब से नौजवानों के पलायन को रोकने के लिए गंभीर है और कृषि आय दोगुनी करने के लिए पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।