नेपाल: चीनी मिलों के खिलाफ गन्ना किसान फिर से शुरू करेंगे तेज आंदोलन

काठमांडू: नेपाल के गन्ना किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। कई जिलों के किसानों ने दिसंबर में राजधानी काठमांडु में एक हफ्ते तक आंदोलन किया था जिसके बाद मिलों और सरकार की ओर से किसानों को उनके लाखों रुपए के बकाये का भुगतान करने का वादा किया गया और 3 जनवरी को किसानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। किसानों का ऐसा आरोप है की अब तक उन्हें किए गए वायदों को पूरा नहीं किया गया, जिसके बाद गन्ना किसानों ने एक बार फिर से काठमांडु में आंदोलन करने का फैसला किया है।

पिछले हफ्ते सरलाही जिले में आयोजित गन्ना किसान संघर्ष समिति (SFSC) की एक बैठक में फैसला लिया गया कि किसानों के बकाया भुगतान के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए गन्ना किसान एक बार फिर से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू करने के लिए 17 मार्च को राजधानी पहुंचेंगे। SFSC के एक पदाधिकारी के मुताबिक किसानों के लाखों रुपये अभी भी श्रीराम शुगर मिल्स, महालक्ष्मी शुगर मिल्स और अन्नपूर्णा शुगर मिल्स पर बकाया है। सरकार के कहने के बाद भी इन मिलों ने थोड़ा-बहुत भुगतान ही किया, पूरा भुगतान अब तक नहीं किया।

उन्होंने बताया कि महालक्ष्मी शुगर मिल्स अधिक समय मांग रही है, जबकि श्रीराम शुगर मिल्स ने जमीन बेच कर किसानों का बकाया भुगतान करने का वादा किया था, जो कि उसने अब तक नहीं बेची। उधर, अन्नपूर्णा चीनी मिल बंद हो गईं और किसानों के संपर्क में भी नहीं है। यही नहीं, बकाया भुगतान के बहाने इस सीजन में ये मिलें गन्ना पेराई भी करेगी या नहीं, यह साफ नहीं किया जा रहा जिससे किसान बेहद चिंतित हैं और उनके पास राजधानी जाकर अपनी आवाज बुलंद करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है।

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