नेपाल: आयात प्रक्रिया में देरी के कारण चीनी आपूर्ति संकट की संभावना

काठमांडू: नेपाल को साल के मुख्य त्योहारी सीजन के दौरान संभावित रूप से चीनी की कमी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि चीनी आयात करने वाली दो सरकारी कंपनियों की शुरुआत धीमी रही है। साल्ट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन ने 10,000 टन सफेद क्रिस्टल गन्ना चीनी की आपूर्ति के लिए 22 सितंबर को, अंतरराष्ट्रीय बोलियां आमंत्रित कीं। बोली जमा करने की अंतिम तिथि 6 अक्टूबर है। कंपनी के गोदामों में फिलहाल 400 टन चीनी है, जो एक हफ्ते से भी कम समय तक चलेगी। अधिकारियों का कहना है कि, अगर शिपिंग समय सहित पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाए तो चीनी आने में कम से कम दो सप्ताह लगेंगे।

अन्य सरकारी फर्म, फूड मैनेजमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी ने 27 सितंबर को 10,000 टन चीनी की आपूर्ति के लिए बोलियां मांगीं। प्रस्ताव जमा करने की अंतिम तिथि 17 नवंबर है। कंपनी के स्टॉक में चीनी नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि, वित्त मंत्रालय की मंजूरी में देरी के कारण पूरी आयात प्रक्रिया रुकी हुई है। फूड मैनेजमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी की सूचना अधिकारी शर्मिला न्यूपेन ने कहा, हमें 15 सितंबर को मंत्रालय की हरी झंडी मिल गई ।हमें निविदाओं के लिए वैश्विक कॉल की तैयारी में कुछ दिन लग गए। निजी कंपनियों के लिए इस साल चीनी आयात करना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि रॉयटर्स के मुताबिक, भारत अक्टूबर से मिलों को चीनी निर्यात करने से प्रतिबंधित कर सकता है।

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