फिलीपींस में चीनी आयात योजनाओं का विरोध

मनिला: फिलीपींस में चीनी आयात को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है। सरकार और चीनी उद्योग के कई संघठनों बीच टकराव शुरू हुआ है। नेशनल फेडेशन ऑफ शुगरकेन प्लांटर्स (NFSP) और पनय फेडरेशन ऑफ शुगरकेन फार्मर्स (Panayfed) चीनी आयात प्रस्तावों के विरोध में खड़े हुए हैं। NFSP के अध्यक्ष एनरिक डी. रोजास और Panayfed के अध्यक्ष डानिलो ए. एबेलिता ने एक संयुक्त बयान में कहा की, सितंबर में अगला चीनी सीजन शुरू होने तक, देश में पर्याप्त चीनी स्टॉक हैं। एक बार जब हमारी चीनी मिलें सितंबर में परिचालन शुरू करती हैं, तो हम अपने मिलों द्वारा घरेलू बाजारों के लिए जरूरी चीनी का उत्पादन शुरू कर सकते हैं। नवंबर या दिसंबर तक सभी मिलें पूरी क्षमता से शुरू होने का अनुमान है। ऐसे स्थिति में चीनी आयात करने से देश के चीनी उद्योग को बड़ा झटका लग सकता है।

दोनों ने अपने बयान में शुगर रेगुलेटरी एडमिनिस्ट्रेशन रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें 28 जून, 2020 तक देश का कच्चा चीनी उत्पादन 21,41,194 मीट्रिक टन दिखाया गया था। यह ‘एसआरए’ के फसल वर्ष की शुरुआत में दिखाए गये 2.096 मिलियन टन के शुरुआती अनुमान से थोड़ा अधिक है। 28 जून तक कुल कच्ची चीनी की आपूर्ति 2,389,115 मिलियन टन है, जो कि पिछले साल के 2018-2019 की समान अवधि के लिए कच्चे चीनी की आपूर्ति से 3.51% अधिक है। इतना ही नही ‘एसआरए’ रिपोर्ट बताती है कि कच्ची चीनी का कुल स्टॉक 418,479 मिलियन टन है, जो पिछले फसल वर्ष की समान अवधि की तुलना में 9.25% अधिक है।

NFSP के अध्यक्ष एनरिक डी. रोजास और Panayfed के अध्यक्ष डानिलो ए. एबेलिता ने कहा की, सिद्धांत के अनुसार, हमने चीनी आयात का लगातार विरोध किया है। वर्तमान में, हमें चीनी आयात की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हमारे पास पर्याप्त आपूर्ति है और क्योंकि मिलिंग सीजन की शुरुआत के दौरान आयात चीनी की कीमतों में कमी लाएगा। जिससे स्थानीय चीनी उद्योग को बड़ा वित्तीय झटका लग सकता है।

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