पाकिस्तान : गेहूं की ऊंची कीमतों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी

स्कार्दू (पीओके): स्थानीय मीडिया डेली के2 की रिपोर्ट के अनुसार, गेहूं की कीमतों में नई बढ़ोतरी और वादों को पूरा न करने को लेकर कड़ाके की ठंड के बावजूद पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आठवें दिन भी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है।सरकार ने सर्वदलीय गठबंधन, अवामी एक्शन कमेटी और ग्रैंड जिरगा के मांग पत्र को हल की नोक पर रखते हुए गेहूं की कीमत 3600 रुपये प्रति बोरी तय कर नई कीमत वसूलना शुरू कर दिया।इसके बाद, दर्जनों प्रदर्शनकारी गिलगित बाल्टिस्तान के स्कर्दू में बिक्री केंद्रों पर एकत्र हुए, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

उन्होंने विरोध करते हुए नई कीमत पर आटा खरीदने से इनकार कर दिया और कई बिक्री केंद्रों से आटा खरीदे बिना ही घर लौट गए।डेली K2 की रिपोर्ट के अनुसार, लोगों ने नई कीमतों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और कहा है कि सरकार “गरीब विरोधी नीतियां” लेकर आई है और गेहूं और आटा पूरी तरह से गरीबों की क्रय शक्ति से बाहर हो गया है।उनका आरोप है कि, सरकार की घोषणाएं झूठी साबित हुई हैं, लक्षित सब्सिडी का वादा पूरा नहीं हुआ है और न ही प्रति व्यक्ति सात किलो आटा देने की सरकार की घोषणा लागू हुई है।उन्होंने कहा है कि, गेहूं के दाम बढ़ाने से लोगों पर असर पड़ेगा।

प्रदर्शनकारियों ने कहा, उनके साथ धोखा हुआ है, अब सरकार के लोगों को भारी जन विरोध का सामना करना पड़ेगा।वे मंत्रियों का अनोखे तरीके से स्वागत करेंगे।अब गेहूं की कीमत बढ़ाने वाले लोग ऐसा करने से पहले सौ बार सोचेंगे।उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि, वे अपनी पार्टी के मंत्रियों के खिलाफ हर चौराहे पर विरोध प्रदर्शन करें और सत्ता हथियाने वालों को बेनकाब करें।उन्होंने कहा कि, अगर लोग अब भी चुप रहे तो प्रति बोरी गेहूं की कीमत 10 हजार रुपये से अधिक हो जायेगी।

गौरतलब है कि यादगार चौक पर चल रहा जन धरना आठवें दिन में प्रवेश कर गया है।ठिठुरन भरी ठंड के बावजूद लोग गेहूं की कीमतों का राग अलापते रहे।स्थानीय मीडिया के अनुसार, भीषण ठंड के बाद कई बुजुर्ग प्रदर्शनकारी बीमार भी पड़ गये।ऑल पार्टी अलायंस के अध्यक्ष गुलाम हुसैन अतहर ने कहा कि, लोगों का गुस्सा उन लोगों के लिए है जिन्होंने गेहूं की कीमत बढ़ाई और हम गुस्से से बच नहीं पाएंगे। हम अपनी मांगों से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।”

उधर, विपक्षी नेता काजिम मैसम ने कहा है कि, जिसका डर था वही हुआ।उन्होंने कहा, हमने पहले ही कहा था कि केवल गेहूं की कीमत बढ़ाई जा रही है। आज हमारी चिंता दूर हो गई है।हम जनता के साथ थे और विधानसभा में आवाज उठाते रहेंगे।अंजुमन इमामिया बाल्टिस्तान के अध्यक्ष सैयद बाकिर अल हुसैनी ने कहा कि, सभी को यादगार चौक जाना चाहिए और वहां यह तय किया जाएगा कि लोगों को नई कीमत के तहत आटा खरीदना चाहिए या नई कीमत को अस्वीकार करना चाहिए।

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