पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने चीनी तस्करों पर कार्रवाई के आदेश दिए

इस्लामाबाद : चीनी की कीमतों में लगातार वृद्धि को नियंत्रित करने में विफल रहने पर, कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल हक काकर ने शुक्रवार को संबंधित अधिकारियों को चीनी, पेट्रोलियम उत्पादों, यूरिया, कृषि उत्पादों और अन्य वस्तुओं की तस्करी पर सख्ती से अंकुश लगाने का निर्देश दिया। भोजन और दैनिक उपयोग की अन्य वस्तुओं की तस्करी को रोकने के कदमों पर चर्चा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए, प्रधानमंत्री को देश भर में, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में विभिन्न खाद्य और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं की तस्करी की स्थिति से अवगत कराया गया और उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी गई।

बैठक में बताया गया कि, बलूचिस्तान में आवश्यक वस्तुओं की तस्करी को रोकने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों की 10 अतिरिक्त जांच चौकियां स्थापित की जाएंगी।प्रधानमंत्री काकर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सूबे में खाद्य और अन्य वस्तुओं की तस्करी में शामिल अधिकारियों के बारे में एक अंतर-एजेंसी रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री काकर ने कहा कि, पेट्रोलियम उत्पादों की तस्करी से राजस्व कम हो रहा है और देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव पड़ रहा है।

एक बाजार सर्वेक्षण से पता चला है कि चीनी की कीमतें हर गुजरते दिन के साथ बढ़ रही हैं और पिछले सप्ताह चीनी 160 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि शुक्रवार को यह 170 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही थी।आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से कदम उठाए जाने के सरकार के दावों के विपरीत, दैनिक उपयोग की चीनी समेत लगभग सभी वस्तुओं की कीमतें अनियंत्रित रूप से बढ़ रही है।पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (पीबीएस) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य मुद्रास्फीति साल-दर-साल 38.5 प्रतिशत पर रही, लेकिन पिछले एक साल में चीनी की कीमत 70.64 प्रतिशत बढ़ गई।

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