मुंबई: द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में सूखे की संभावना जताई है। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में फडणवीस ने कहा कि, इस साल प्रशांत महासागर में अल नीनो की घटना विकसित होने की संभावना है, जो मानसून की बारिश को प्रभावित कर सकती है। मानसून की बारिश को प्रभावित होने से राज्य में सूखे की स्थिति बन सकती है। फडणवीस की टिप्पणी पानी की उपलब्धता के साथ-साथ सूखे के कारण कृषि पर संभावित प्रभाव को कम करने के लिए प्रशासन को अलर्ट करने के लिए की गई है। दूसरी ओर आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया की, अभी सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि पूरे देश में मानसून की बारिश के बारे में कुछ भी भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी। सिंचाई विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि वर्तमान में राज्य के जलाशयों में उनकी कुल क्षमता का 70.16 प्रतिशत संग्रहित है। पिछले साल इस समय के आसपास भंडारण स्तर 75.59 प्रतिशत था।
आपको बता दे की, दुनिया भर की मौसम एजेंसियों ने अभी तक अल नीनो के विकास की भविष्यवाणी नहीं की है। भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सतही जल कभी-कभी असामान्य रूप से गर्म हो जाता है और अन्य समय में जटिल महासागर-वातावरण संबंधों के कारण असामान्य रूप से ठंडा हो जाता है। इन दोनों का वैश्विक मौसम की स्थिति पर प्रभाव पड़ता है। अब तक, सतही जल सामान्य से अधिक ठंडा है, जिसे ला नीना के रूप में वर्णित किया गया है। वास्तव में, यह अवस्था अब लगभग तीन वर्षों से जारी है। लेकिन अमेरिका के नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के जलवायु पूर्वानुमान केंद्र के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, ला नीना की स्थिति अब कमजोर हो रही है, और अगले कुछ महीनों तक तटस्थ रहने की संभावना है। फडणवीस के टिप्पणी को केवल राज्य सरकार को सबसे खराब परिस्थितियों के लिए तैयार रहने की सलाह के रूप में देखा जा सकता है।