पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से जल्द आपको राहत मिल सकती है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदल रहे हालात के चलते ईंधन के दाम घट सकते हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार से कच्चे तेल और रुपये को लेकर अच्छी खबर आ रही है.
रुपया हो रहा मजबूत: एक डॉलर के मुकाबले 68 रुपये का स्तर पार करने के बाद रुपया मजबूत होना शुरू हो गया है. शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 56 पैसे की मजबूती के साथ बंद हुआ.
सोमवार को भी रुपये में यह बढ़त बनी हुई है. इस कारोबारी हफ्ते के पहले दिन रुपये ने डॉलर के मुकाबले 25 पैसे की बढ़त के साथ शुरुआत की है. यह डॉलर के मुकाबले 67.52 के स्तर पर खुला.
रुपये में आ रही इस मजबूती का असर यह होगा कि तेल कंपनियों के लिए कच्चा तेल खरीदना सस्ता पड़ेगा. इस तरह इसका फायदा पेट्रोल और डीजल की कीमतों के कम होने के तौर पर मिलेगा.
गिरे कच्चे तेल के भाव: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बढ़ोतरी के लिए कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें जिम्मेदार थीं. अब कच्चे तेल के भाव गिरने लगे हैं. सोमवार को क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट आई है.
शुक्रवार को रूस और सउदी अरब ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने के संकेत दिए हैं. इसके अलावा उन्होंने सप्लाई के नियमों में ढील देने की बात भी कही है. इसका फायदा कच्चे तेल की कीमतें कम होने के तौर पर मिला है. इसके बाद कच्चा तेल तीन महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.
सोमवार को ब्रेंट क्रूड का भाव 74.50 डॉलर पर पहुंच गया है. वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड की बात करें, तो यह भी 66 डॉलर पर कारोबार कर रहा है
कच्चे तेल की कीमतों पर ब्रेक लगने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट आना तय माना जा रहा है. हालांकि अब यह देखना होगा कि कच्चे तेल के भाव गिरने का फायदा तेल कंपनियां कितना जल्दी आम आदमी को देती हैं.