पंजाब: अधिक गन्ना मूल्य के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों को 8 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की पेशकश

जालंधर: गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी की मांग कर रहे किसानों द्वारा पंजाब के जालंधर में राजमार्ग की नाकाबंदी गुरुवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गई और कुछ प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक के एक हिस्से को भी अवरुद्ध कर दिया, जिससे ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आईजी (Intelligence) जसकरन सिंह को कृषक संघों के साथ बातचीत करने के लिए नियुक्त किया, और उन्हें 8 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की पेशकश करने को कहा। किसान गन्ने के राज्य सलाहित मूल्य (एसएपी) को 380 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे है।

भारती किसान यूनियन (दोआबा) के नेतृत्व में किसान अमृतसर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना दे रहे हैं, जिससे जालंधर और दिल्ली के बीच यातायात प्रभावित हुआ है। गुरुवार को, उन्होंने जालंधर के धानोवाली गांव के पास दिल्ली-अमृतसर रेलवे ट्रैक के एक हिस्से को भी अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण कई ट्रेनों को रद्द करना, समय से पहले रोकना और उनके मार्ग में बदलाव करना पड़ा।

इस गतिरोध के चलते मुख्यमंत्री मान ने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के साथ बैठक की। द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, बैठक से जुड़े सूत्रों ने बताया कि,बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि सरकार किसानों को 450 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। साथ ही कोई भी राज्य गन्ने की इतनी अधिक कीमत नहीं दे रहा है। यहां तक कि हरियाणा ने भी एसएपी को 372 रुपये से बढ़ाकर 386 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) ने भी 8 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की सिफारिश की है।

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने मंगलवार को धानोवाली गांव के पास जालंधर-नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के जालंधर-फगवाड़ा खंड को “अनिश्चित काल” के लिए अवरुद्ध कर दिया। जालंधर में विरोध प्रदर्शन के कारण जम्मू, पठानकोट और अमृतसर से जालंधर होते हुए लुधियाना, चंडीगढ़, नवांशहर और दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।

पुलिस द्वारा यातायात को वैकल्पिक सड़कों की ओर मोड़ने से, यात्रियों को जिले के हिस्से को पार करने में कठिन समय का सामना करना पड़ा। विवरण के अनुसार, विरोध प्रदर्शन के कारण कम से कम छह ट्रेनों को रद्द कर दिया गया और उनका मार्ग बदल दिया गया, जबकि आठ को मुख्य मार्ग पर समाप्त करना पड़ा।

इसके अलावा, दोआबा क्षेत्रों में विभिन्न मार्गों पर कई स्थानीय यात्री ट्रेनों को भी या तो शॉर्ट टर्मिनेट करना पड़ा या उनका मार्ग बदलना पड़ा। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि, उन्होंने उन यात्रियों के सभी टिकटों के लिए रिफंड शुरू कर दिया है, जो यात्रा नहीं कर सके और अब तक लगभग 5 लाख रुपये वितरित किए जा चुके हैं।

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