जुलाई के पहले 10 दिनों तक संतोषजनक रहेगी बारिश, खरीफ की बुआई में देरी: Skymet

नई दिल्ली / मुंबई : निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट (Skymet) ने जुलाई के पहले 10 दिनों तक संतोषजनक बारिश कि संभावना जताई है। स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि, इस साल मानसून की शुरुआत काफी कमजोर रही। उन्होने कहा कि, चक्रवात बिपरजॉय के कारण मानसून मे रुकावट आई थी, लेकिन अब हवाएं फिर से तेज हो रही हैं। पलावत ने CNBC-TV18 से बात करते हुए कहा कि, चक्रवात बिपोर्जॉय ने नमी को दूर खींच लिया और इसलिए मानसून की शुरुआत में देरी हो रही है। लेकिन अब, बारिश जुलाई के पहले 10 दिनों तक संतोषजनक रहेगी।

पलावत ने आगे बताया कि, मानसून को महाराष्ट्र पहुंचने में और तीन से चार दिन लगेंगे। उन्होंने कहा, इसके बाद, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ जैसे आंतरिक हिस्सों में भी लगातार प्रगति होगी। यहां अच्छी बारिश होने की संभावना है।लेकिन खरीफ की बुआई में अब 10 से 15 दिन की देरी हो गई है। उन्होंने कहा, बारिश के लिए हमें कम से कम तीन से चार दिन और इंतजार करना होगा।

इस वर्ष 16 जून को समाप्त सप्ताह में 49.48 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ की फसल बोई गई थी। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, यह पिछले साल इसी सप्ताह में बोई गई बुवाई से 49 प्रतिशत कम है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मानसून पिछले सप्ताह रत्नागिरी (दक्षिणी कोंकण क्षेत्र, महाराष्ट्र) पहुंचा था। आईएमडी की वैज्ञानिक डॉ सुषमा नायर ने कहा कि, मानसून 11 जून को रत्नागिरी पहुंचा था। हालांकि रविवार शाम तक रत्नागिरी में मानसून रुका हुआ था। आईएमडी के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले तीन-चार दिनों में फिर से बढ़ने की संभावना है और इसका पूर्वी क्षेत्र, पूर्व-मध्य और दक्षिणी प्रायद्वीप क्षेत्र पर प्रभाव पड़ने की संभावना है। आईएमडी का दावा है कि, मानसून के हालात सुधर रहे हैं।चक्रवात बिपरजॉय ने मानसून की प्रगति और विकास को बाधित किया था।उन्होंने कहा कि, जून के लिए पूरे क्षेत्र में बारिश की कमी है, लेकिन उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में स्थिति बदल जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here