नई दिल्ली: ANI में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, अगले वित्तीय वर्ष से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी किया जाने वाला प्रस्तावित डिजिटल रुपया न केवल डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा बल्कि काले धन के खतरे को रोकने में भी मदद करेगा। एएनआई से बात करते हुए अधिकारी ने कहा कि, आरबीआई के पास डिजिटल रुपये का हर निशान होगा। अगर आप किसी दुकानदार से कुछ खरीदते हैं और डिजिटल पैसे से भुगतान करते हैं और उस डिजिटल पैसे का इस्तेमाल दुकानदार द्वारा अपने विक्रेता को भुगतान करने के लिए किया जाता है, तो आरबीआई के पास डिजिटल रुपये के साथ किए गए लेनदेन का सारा डेटा होगा।
अधिकारी ने यह भी बताया कि, काले धन की आय आमतौर पर भूमिगत आर्थिक गतिविधियों से नकद में प्राप्त होती है और इस तरह, कर नहीं लगाया जाता है, लेकिन अगर आरबीआई के पास हर डिजिटल रुपये का लेनदेन का निशान है तो किसी व्यक्ति के लिए करों से बचना मुश्किल होगा। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में डिजिटल रुपया पेश करने की घोषणा करते हुए कहा कि, सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) की शुरुआत से डिजिटल अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। डिजिटल मुद्रा एक अधिक कुशल और सस्ती मुद्रा प्रबंधन प्रणाली को भी बढ़ावा देगी।