लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना बकाया के शीघ्र भुगतान के वादे को पूरा करते हुए पेराई सत्र 2017-18 से अब तक किसानों को 1.73 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रिकॉर्ड भुगतान किया है। यूपी में चीनी क्षेत्र के महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में लगभग 65 लाख किसान इस फसल की खेती करते हैं और चीनी उद्योग सीधे 45 लाख से अधिक परिवारों से जुड़ा है। गन्ना क्षेत्र को मोटे तौर पर राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है।
राज्य सरकार ने हमेशा राज्य के किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी है। राज्य सरकार द्वारा खरीद लगातार पिछले कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ रही है। यूपी में 45.74 लाख से अधिक गन्ना किसानों को 2017 से 26 मई 2022 तक 1,73,951.78 करोड़ रुपये से अधिक का रिकॉर्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया गया है।
गन्ना विभाग गन्ने की उत्पादकता को वर्तमान 81.5 टन प्रति हेक्टेयर से बढ़ाकर अगले पांच वर्षों में 84 टन प्रति हेक्टेयर करने का भी प्रयास कर रहा है। मुखयमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि, किसानों को बिना किसी देरी के 14 दिनों के भीतर गन्ना मूल्य भुगतान किया जाना चाहिए। आपको बता दे की, पेराई सत्र 2022-23 के लिए गन्ना सर्वेक्षण नीति जारी कर डिजिटल सर्वे कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।