रिकॉर्ड गन्ना उत्पादन: गन्ना हार्वेस्टर की बिक्री बढ़ने के संकेत

पुणे : महाराष्ट्र में लगातार दो सालों से गन्ने का रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया गया है, और पिछले साल तो पेराई सीजन लंबा चला था। प्रदेश की लगभग सभी चीनी मिलों को गन्ना मजदूरों की कमी का सामना करना पड़ा था। गन्ना मजदूरों की कमी की समस्या से निपटने के लिए इस साल गन्ना काटने की मशीन खरीदने की मानसिकता बढ़ती जा रही है। फिलहाल गन्ना हार्वेस्टर खरदीने के लिए सरकार की ओर से कोई सब्सिडी नहीं दी जाती है, लेकिन फिर भी किसान समूहों और व्यक्तिगत किसानों से गन्ना कटर खरीदने के लिए कंपनियों से पूछताछ की जा रही है। पिछले साल 60 से 70 मशीनें बिकी थीं। यदि राज्य सरकार मशीन की खरीद के लिए सब्सिडी देता है, तो इसकी बिक्री और बढ़ने की संभावना है।

एग्रोवन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वर्तमान में, राज्य में विभिन्न मिलों के लिए 600 से अधिक गन्ना हार्वेस्टर गन्ने की कटाई कर रहे हैं। पिछले दस वर्षों में, कई कंपनियों ने हर साल हार्वेस्टर की खामियों को दूर करने के साथ मशीनों को बाजार में पेश किया है। इसके बाद संभावना जताई जा रही है कि इस साल और मशीनों की बिक्री होगी। पिछले सीजन में मराठवाड़ा को बड़ा झटका लगा था, चूंकि गन्ने की कटाई बंद नहीं हुई, पश्चिमी महाराष्ट्र के मिलों ने अपनी गन्ना काटने की मशीनें मराठवाड़ा भेजकर सीजन खत्म करने की कोशिश की। मशीन की बदौलत कई जगहों पर गन्ने की कटाई अच्छी हुई। इसी अनुभव को ध्यान में रखते हुए अब कंपनियां मुख्य रूप से मराठवाड़ा के लातूर, जालना, बीड, उस्मानाबाद जिलों से गन्ना काटने की मशीनों के बारे में पूछताछ कर रही है।आमतौर पर गन्ने के हार्वेस्टर की कीमत एक से डेढ़ करोड़ रुपये तक होती है। सब्सिडी नहीं होने के कारण कई किसान एक साथ आकर इन गन्ना हार्वेस्टर को खरीदने की तैयारी कर रहे हैं।

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