‘रेड रॉट’ के प्रकोप ने गन्ना किसानों का डाला मुश्किल में; चीनी उत्पादन पे भी असर

गोरखपुर: गन्ना बकाया भुगतान से पहले से ही परेशान गन्ना किसानों के लिए अब गन्ने पर तेजी से फ़ैल रहे ‘रेड रॉट’ के प्रकोप ने मुश्किल में डाला है। गन्ने के कैंसर के रूप में पहचाने जाने वाले ‘रेड रॉट’ के कारण गोरखपुर मंडल के सभी जिलों में कहर बरपाया है। ‘रेड रॉट’ का सामना करने में किसान विफ़ल हो रहे है। ‘रेड रॉट’ के कारण गन्ना फसल प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है, और उसके साथ ही इसका सीधा असर किसानों की आर्थिक हालात पर हो सकता है।

इस इलाकें में गन्ना समितियों द्वारा किये गये सर्व्हे में लगभग 40 प्रतिशत गन्ना ‘ रेड रॉट’ से बुरी तरह से प्रभावित होनें की आशंका जताई जा रही है। ‘ रेड रॉट’ का सीधा असर पेराई सीजन में गन्ने की कमी के रूप में देखे जाने की स्थिती बनी हुई है। गोरखपुर समेत महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर में ‘ रेड रॉट’ हावी होता नजर आ रहा है ।’ रेड रॉट’ की समस्या से छुटकारा पाने के लिए राज्य सरकार और उसके आला अफसर जुट गये है। भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के अधिकारोयों ने दावा किया है की, ‘ रेड रॉट’ बीमारी लाइलाज है। इसके इलाज के लिए अभी तक कोई भी दवा नही बनी है। इस रोग के कारण फसल की बर्बादी के साथ साथ उत्पादन भी घट सकता है। गन्ने की खेती के असर से चीनी उत्पादन भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है।

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