संगरूर जिला प्रशासन ने निजी चीनी मिल की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू की

चंडीगढ़: पंजाब में गन्ना बकाया भुगतान का मामला अब बढ़ता ही जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन भी सख्त नजर आ रही है।

हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना किसानों का बकाया नहीं चुकाने पर धुरी में स्थित भगवानपुरा शुगर्स लिमिटेड पर सख्त होते हुए संगरूर जिला प्रशासन ने उसकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मिल पर करीब 600 किसानों का बकाया है। 23 जून को होने वाले संगरूर लोकसभा उपचुनाव के मद्देनजर विपक्षी दल राज्य में आम आदमी पार्टी सरकार को निशाना बनाने के लिए इस मुद्दे को उठा रहे हैं। जिला प्रशासन ने 10 जून तक बकाया राशि जारी करने का नोटिस जारी कर अब मिल की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि जब्त की गई संपत्तियों की नीलामी या बिक्री करके बकाया वसूला जायेगा।

इस बीच राज्य सरकार और मिल के खिलाफ धूरी में मुख्यमंत्री भगवंत मान के कार्यालय में छह जून से तीन किसान पानी की टंकी के ऊपर बैठे हैं, जबकि दर्जनों किसान इस कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। गन्ना किसान और गन्ना संघर्ष समिति के नेता अवतार सिंह ने कहा, लगभग 600 किसान नवंबर से अपने बकाया का इंतजार कर रहे हैं। हमने रविवार को धूरी में ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल से भी मुलाकात की और मामले में उनकी मदद मांगी।

मिल के प्रबंध निदेशक कुणाल यादव ने कहा, मिल घाटे में चल रही है और हम सरकार की मदद मांग रहे हैं। हमने प्रशासन के नोटिस का जवाब दाखिल कर दिया है और जुलाई तक लंबित भुगतान जारी कर देंगे। मिल ने कथित तौर पर हर हफ्ते किश्तों में भुगतान जारी करने के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया है।धूरी अनुमंडल दंडाधिकारी अमित गुप्ता ने कहा, हम किसानों के साथ अपना विरोध प्रदर्शन खत्म करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इसके अलावा, हम चीनी मिल की संपत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया में हैं।

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