शामली: राज्य के लगभग 45 जिलों में गन्ना उत्पादन होता है। गन्ने की औसत उपज में शामली जिले ने एक बार फिर परचम लहराया है, और लगातार तीसरे साल नंबर एक का ताज हासिल किय है।
जागरण डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिले की औसत उपज 1004.28 कुंतल प्रति हेक्टेयर रही है। औसत उपज में मुजफ्फरनगर दूसरे और मेरठ तीसरे स्थान पर रहा। पेराई सत्र 2019-20 में चीनी मिलों में 378.12 लाख क्विंटल और 2020-21 में 355.14 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई। राज्य के कई सारे किसानों ने इस बार अपना गन्ना कोल्हू और क्रेशर को गन्ना बेचा था। जिसके चलते इस सीजन में पेराई आंकड़ो में कमी दिखाई दे रही है।
पिछलें पांच सालों की बात की जाए तो शामली जिले की औसत उपज में 160.88 क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। पेराई सत्र 2016-17 में औसत उपज 843.40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर थी, लेकिन अब बढ़कर 1004.28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो गई है।
इस सीजन राज्य में चीनी उत्पादन पिछले सीजन के मुकाबले थोड़ा कम है। ISMA द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले सीजन में उत्तर प्रदेश में गन्ने का रकबा 23.12 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है, जबकि 2020-21 सीजन में 23.07 लाख हेक्टेयर था। ISMA उपज के साथ-साथ चीनी रिकवरी में मामूली वृद्धि की उम्मीद कर रहा है और इस प्रकार 2021-22 सीजन में इथेनॉल के उत्पादन के लिए डायवर्जन के बिना अनुमानित चीनी उत्पादन लगभग 119.27 लाख टन होने की उम्मीद है।
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