महाराष्ट्र: सोलापुर, कोल्हापुर जिले गन्ना क्षेत्र में अग्रणी

कोल्हापुर: देश और राज्य हर साल गन्ना और चीनी उत्पादन में नई ऊंचाइयों को छु रहा है। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में गन्ना उत्पादन को लेकर होड़ लगी है। महाराष्ट्र में गन्ना क्षेत्र में क्रमशः सोलापुर, कोल्हापुर और अहमदनगर यह तीन जिले शीर्ष पर है। दिलचस्प बात यह है कि, सोलापुर जो पहले स्थान पर है और कोल्हापुर जो दूसरे स्थान पर है, उनके गन्ना क्षेत्र में 50 हजार हेक्टेयर से अधिक का अंतर है। हालांकि, अन्य जिलों में गन्ने का क्षेत्रफल कम हुआ है, लेकिन कोल्हापुर संभाग में 17 हजार 807 हेक्टेयर और सोलापुर संभाग में 11 हजार 707 हेक्टेयर गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ गया है।

सोलापुर में सबसे अधिक 2,40,957 हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र है। आमतौर पर जिले की 37 मिलें पेराई सीजन में हिस्सा लेती है। पेराई सीजन 2022-23 के दौरान राज्य में 14 लाख 87 हजार 836 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की पेराई से 1053.91 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। इस वर्ष प्रदेश में 14 लाख 37 हजार 21 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना उपलब्ध है। क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक (चीनी) और कृषि विभाग ने संयुक्त रूप से इस वर्ष राज्य में पेराई के लिए 14 लाख 83 हजार 792 हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र निर्धारित किया है।

पुणे, अहमदनगर, औरंगाबाद, नांदेड़, अमरावती और नागपुर डिविजन में गन्ने का रकबा घटा है। अहमदनगर डिवीजन में सबसे ज्यादा 25,811 हेक्टेयर की गिरावट देखी गई है। इसके बाद नांदेड़ डिवीजन में 22,471 हेक्टेयर, औरंगाबाद डिवीजन में 14,079 हेक्टेयर, पुणे डिवीजन में 14,032 हेक्टेयर, अमरावती डिवीजन में 2 हजार 671 हेक्टेयर और नागपुर डिवीजन में 1 हजार 264 हेक्टेयर कम गन्ना क्षेत्र है।

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