कोलंबो: श्रीलंका के तेजी से घटते विदेशी मुद्रा के कारण गंभीर खाद्य संकट के कगार पर होने की खबरों को सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने खारिज कर दिया है। राज्य के वित्त और पूंजी बाजार विकास मंत्री, अजित निवार्ड काबराल ने कहा, श्रीलंका में खाद्य की कोई कमी नहीं है और स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद्य की कमी के बारे में गलत खबरें फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि, बेईमान जमाखोरों द्वारा बनाई गई चीनी की कृत्रिम कमी को कानून के तहत पहले ही निपटा जा चुका है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने पिछले सप्ताह कहा था कि चीनी, चावल और अन्य आवश्यक खाद्य पदार्थों की जमाखोरी का मुकाबला करने के लिए आपातकालीन नियम लागू किए गए है।
सूचना विभाग ने पिछले हफ्ते एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि, देश में खाद्य की कमी की कुछ स्थानीय और विदेशी मीडिया रिपोर्ट निराधार हैं। सूचना विभाग ने दावा किया कि, खाद्य कमी की रिपोर्टों का कोई आधार नहीं था और देश वर्तमान में किसी भी तरह की कमी का सामना नहीं कर रहा है।
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