कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने दावा किया है कि, महाराष्ट्र की कई चीनी मिलों ने अभी तक गन्ना किसानों को उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) का भुगतान नहीं किया है, जबकि पेराई का मौसम लगभग समाप्त होने वाला है। शेट्टी ने मंगलवार को राज्य के चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ से मुलाकात की। उन्होंने गायकवाड़ को बताया कि, किसानों का बकाया दो महीने की देरी से आया है। उन्होंने दावा किया कि, मिलें अधिक एथेनॉल का उत्पादन करके लाभ कमा रही हैं और साथ ही, चीनी की स्थिर कीमतों से लाभ उठा रही हैं।
शेट्टी ने कहा, कानून के अनुसार मिलों को गन्ने की पेराई के 15 दिनों के भीतर एफआरपी का भुगतान करना अनिवार्य है। हमारी मांग है कि आयुक्त दोषी मिलों को नोटिस जारी करें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें। साथ ही किसानों को विलंबित अवधि के लिए ब्याज का भुगतान किया जाना चाहिए।चीनी आयुक्त के कार्यालय ने कहा कि, 92% एफआरपी राशि का भुगतान किया गया है, जबकि केवल 8% लंबित है। चालू सीजन में अब तक 104 लाख टन गन्ने की पेराई हो चुकी है। प्रदेश भर में सिर्फ 55 मिलों में पेराई चल रही है। पेराई बंद करने वाली मिलों ने किसानों को भुगतान नहीं किया है।