महाराष्ट्र में चीनी मिलें निर्धारित तिथि से पहले गन्ना पेराई शुरू न करें: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को इस साल का गन्ना पेराई सत्र एक नवंबर से शुरू करने की मंजूरी दे दी। इस वर्ष कुल गन्ना क्षेत्र का 14.07 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पेराई के लिए उपलब्ध होगा और 88.58 लाख मीट्रिक टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। अधिकारियों ने बताया कि, इस साल गन्ने का रकबा पिछले साल की तुलना में 6% कम हुआ है। मुख्यमंत्री शिंदे ने निर्देश दिया कि, चीनी मिलें निर्धारित तिथि से पहले चीनी मिलें शुरू न करें।

गन्ना कटाई सीजन के लिए गुरुवार को मंत्रिस्तरीय समिति की बैठक हुई, जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल, सहकारिता मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, विधायक प्रकाश सोलंके, पूर्व विधायक हर्षवर्धन पाटिल, विधायक प्रकाश आवाडे मुख्य सचिव मनोज सौनिक, चीनी आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार आदि उपस्थित थे।

पिछले वर्ष राज्य में 211 चीनी मिलों ने पेराई सीजन में हिस्सा लिया था और 105 लाख मीट्रिक टन चीनी का उत्पादन हुआ। हालांकि, इस साल गन्ने का रकबा घटने से चीनी उत्पादन 88.58 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान लगाया गया है। इस बैठक में गन्ना श्रमिक, उनके परिवार और बच्चों की शिक्षा के लिए विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए चीनी मिलों से 10 रुपये प्रति टन इकट्ठा करने और यह राशि जननेता गोपीनाथ मुंडे गन्ना श्रमिक कल्याण निगम को देने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, इस राशि से श्रमिकों के बेटे-बेटियों के लिए स्कूल, छात्रावास के साथ-साथ श्रमिकों के कल्याण की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए।

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