चीनी मिलों में काम के दौरान अगर कर्मचारी में कोरोना के लक्षण दिखते है तो उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराए: मुख्यमंत्री

23 मार्च, लखनऊ: देशभर में मचे कोरोना के कोहराम से चिन्तित राज्य सरकारों ने सतर्कता बरतना शुरु कर दिया है। देश के सबके बडे जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सरकार ने किसी भी तरह की आशंका से निपटने के लिए जोर-शोर से तैयारियां शुरु कर दी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा जनता से अपील की और कहा कि सभी लोग सतर्क रहें। घरों से कम से कम निकले। आवश्यक कार्य हो तो बाहर जाएं। मुख्यमंत्री ने कोरोना का असर गांवों तक न पहुंचे इसके लिए गांवो में चल रही चीनी मिलों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए है। मिलों में भीड़ कम करने के निर्देश है। पैराई के लिए गन्ना लेकर आने वाले किसानों को भी संक्रमण से बचने के लिए सावधानियां बरतने के निर्देश है।

चीनी मिलों में काम करने वाले अधिक श्रमिकों को घरों में ही रहने के लिए का गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों का छुट्टी के दौरान वेतन नहीं कटेगा। गन्ने और चीनी मिलों के खेतों में काम करने वाले दिहाडी मजदूरों को एक-एक हजार रूपये सरकार की तरफ से दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसके अलावा सरकार ठेले, खोमचे लगाने वाले स्ट्रीट वेन्डर्स को भी एक एक हजार रुपय देगी। इसके तहत करीब 15 लाख लोगों को फायदा होगा। चीनी मिलों और गन्ने के खेतों में काम करने वाले बीपीएल श्रमिकों को सरकार खाद्यान भी मुहैया करवाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलों में काम के दौरान अगर कर्मचारी या श्रमिक में कोरोना के लक्षण दिखते है तो चीनी मिलें उसे तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराएं और उसके इलाज के लिए प्रशासन की तरफ से मदद की जाएगी। प्रदेशवासियों को किसी भी तरह की चिन्ता करने की जरूरत नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार चीनी मिलों के कल्याण और विकास के लिए कृतसंकल्पित है इसलिए ये जरूरी है कि चीनी मिलों में काम कर रहे कार्मिकों के जीवन की सुरक्षा का हर समय ध्यान रखा जा सके।

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