मंत्री द्वारा माय शुगर फैक्ट्री को पुनर्जीवित करने का आश्वासन

बेंगलुरु: शुगर मिनिस्टर (Sugar Minister) शंकर पाटिल मुनेनकोप्पा ने बुधवार को विधानसभा को मैसूर शुगर कंपनी लिमिटेड मिल (माय शुगर फैक्ट्री) को पुनर्जीवित करने के लिए ईमानदार प्रयास करने का आश्वासन दिया। JD(S) के सदस्यों और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने मांग की कि ऐतिहासिक मैसूर मिल का निजीकरण नहीं करने की मांग की। मंत्री पाटिल मुनेनकोप्पा ने कहा कि, उन्होंने पहले ही मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मिल के पुनरुद्धार योजना पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा, मैं इस संबंध में दो बार केंद्रीय मंत्री से भी मिल चुका हूं। मैं मांड्या जिले के किसानों के हितों की रक्षा के लिए ईमानदारी से प्रयास करूंगा।उन्होंने बताया कि डिस्टिलरी, को-जेनरेशन सुविधा और एक बॉटलिंग यूनिट होने के बावजूद चीनी मिल को नुकसान हुआ है।

इससे पहले, विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने चेतावनी दी कि अगर सरकार चीनी मिल के निजीकरण की अपनी योजना को आगे बढ़ाती है तो कानून-व्यवस्था की समस्या हो सकती है क्योंकि मांड्या जिले के लोगों का इससे भावनात्मक जुड़ाव है। उन्होंने सह-उत्पादन सुविधाओं में सुधार और मिल को अतिरिक्त आय अर्जित करने में मदद करने के लिए एक आधुनिक डिस्टिलरी स्थापित करने जैसे उपायों का भी सुझाव दिया। JD(S) के सदस्य अन्नादानी ने बताया कि, मिल के पास लगभग 2,000 करोड़ रुपये की 235 एकड़ जमीन है। उन्होंने इसके निजीकरण के खिलाफ अपील करते हुए कहा, मैसुगर फैक्ट्री मांड्या जिले के आत्मसम्मान का प्रतीक है।

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