नेपाल: कथित कालाबाजारी को लेकर काठमांडू का सबसे बड़ा चीनी गोदाम हुआ सील

काठमांडू: नेपाल में त्योहारी सीज़न से पहले चीनी की कीमत बढ़ रही है। चीनी के दाम बढ़ने से ग्राहकों पर भारी मार पड़ी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी दो हफ्ते पहले बाजार में चीनी 105 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही थी, लेकिन अब यह बढ़कर 140 रुपये हो गई है। इसके अलावा, दुकानों में चीनी की कमी हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर कालाबाजारी हो रही है।

नेपाल के The Annapurna Express में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वाणिज्य विभाग ने कथित कालाबाजारी गतिविधियों को लेकर काठमांडू में सबसे बड़े चीनी गोदाम को सील कर दिया है। यह गोदाम गृहेश्वरी ट्रेडलिंक का था, और यह अस्पष्ट लेबलिंग के साथ चीनी का भंडारण कर रहा था। विभाग के सूचना अधिकारी आनंदराज पोखरेल ने गोदाम बंद होने की पुष्टि की और कहा कि चीनी को गुणवत्ता परीक्षण के लिए भेजा गया है।

विभाग में एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें व्यवसायी संतोष खेतान पर उद्योगों से कम कीमत पर चीनी खरीदने और उचित बिल के बिना काठमांडू में उच्च कीमत पर बेचने का आरोप लगाया गया था। खेतान कथित तौर पर चीनी को थोक में 127 रुपये प्रति किलोग्राम बेचने के बाद केवल 105 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिलिंग कर रहा था। पोखरेल ने कहा, खाद्य प्रौद्योगिकी और गुणवत्ता नियंत्रण विभाग द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी की गुणवत्ता में कोई समस्या नहीं है। लेकिन चूंकि कोई पैकेजिंग विवरण नहीं है, इसलिए हमने निर्माताओं को एक पत्र भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है।

आगामी त्योहारों को देखते हुए, उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से मांग को पूरा करने के लिए 60,000 टन चीनी के आयात के लिए सीमा शुल्क में छूट देने को कहा था। हालांकि, वित्त मंत्रालय ने फिलहाल केवल 20,000 टन आयात करने की अनुमति दी है। साल्ट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन (एसटीसी) और फूड मैनेजमेंट एंड ट्रेडिंग कंपनी आगामी त्योहारी सीजन के लिए प्रत्येक 10,000 टन चीनी का आयात करने के लिए तैयार हैं। पोखरेल ने कहा कि खरीद प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।

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