बांग्लादेश में 9 हफ्ते बाद भी चीनी के दाम अस्थिर

ढाका: रिफाइनरी और सरकार द्वारा नौ सप्ताह पहले अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) तय करने के बाद भी स्थानीय चीनी बाजार अभी भी अस्थिर है। हालांकि 26 जनवरी को रिफाइनरों द्वारा खुली चीनी की कीमत Tk107 प्रति किलोग्राम और पैकेज्ड चीनी की कीमत Tk112 रुपये तय की गई थी, लेकिन चीनी अभी भी Tk118-130 प्रति किलोग्राम पर बिक रही है। धानमंडी, पलाशी और सेगुनबगिचा में खुली चीनी Tk118-125 किलो बिक रही है, जबकि पैकेट चीनी 120-130 रुपये किलो बिक रही थी। पैकेट पर कीमत Tk112 रुपए होने के बावजूद किराने का सामान Tk120-130 किलो बिक रहा था।

इससे पहले, 26 जनवरी को बांग्लादेश शुगर रिफाइनर्स एसोसिएशन (बीएसआरए) ने वाणिज्य मंत्रालय की सहमति से चीनी का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) Tk107 और पैकेट प्रति किलो Tk112 तक संशोधित किया था। आयातित कच्ची चीनी के रिफाइनरों ने पिछली बार पिछले साल 17 नवंबर को कीमतें 8 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ाकर क्रमशः Tk102 और Tk108 कर दी थीं। कंज्यूमर्स एसोसिएशन ऑफ बांग्लादेश (सीएबी) के उपाध्यक्ष एसएम नजर हुसैन ने कहा कि, सरकार और रिफाइनरी द्वारा तय की गई चीनी की कीमतें बाजार में काम नहीं कर रही है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, बांग्लादेश की चीनी की वार्षिक मांग 2-2.2 मिलियन टन है, जिसमें से उसने 2022 में केवल 28,000 टन का उत्पादन किया। घरेलू मांग को पूरा करने के लिए दस प्रमुख रिफाइनर सालाना 2-2.4 मिलियन टन चीनी का आयात करते हैं।

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