औरंगाबाद: राज्य में गन्ना पेराई सत्र इस साल की शुरुआत 1 अक्टूबर से शुरू होने संभावना है। गन्ना पेराई का सीजन आम तौर पर अक्टूबर-नवंबर में शुरू होता है और अप्रैल के मध्य तक जारी रहता है। हालांकि, 2021-22 सीजन में फसल के रिकॉर्ड उत्पादन के कारण पेराई प्रक्रिया मई के अंत तक खिंच गई। राज्य ने 2021-22 सीजन में 137.28 लाख टन चीनी का उत्पादन कर एक रिकॉर्ड बनाया था, जिसमे एक साल पहले की तुलना में लगभग 31 लाख टन अधिक चीनी उत्पादन हुआ था।
पिछले सीजन की तरह ही आने वाले सीजन भी महाराष्ट्र में रिकॉर्ड गन्ना और चीनी उत्पादन होने की संभावना है। चीनी आयुक्तालय के अनुमान के अनुसार, आने वाले सीजन में 138 लाख टन चीनी का उत्पादन होगा और लगभग 12 लाख टन चीनी को एथेनॉल उत्पादन के लिए डायवर्ट किया जाएगा। अनुमान में यह भी कहा गया है कि राज्य में गन्ने का रकबा बढ़कर 14 लाख 87 हजार 836 हेक्टेयर हो गया है। प्रति हेक्टेयर अनुमानित 95 टन की औसत उपज मानकर सीजन के लिए कुल 1413 लाख टन गन्ना उपलब्ध होगा। चीनी की औसत रिकवरी 11.20 प्रतिशत मानकर 150 लाख टन चीनी उत्पादन की संभावना है।
पिछले सीजन के दौरान संचालित चीनी मिलों की संख्या 200 थी, जो इस साल तीन तक बढ़ने की उम्मीद है।