संगरूर : करीब नौ करोड़ रुपये के भुगतान में देरी से नाराज गन्ना किसानों ने राजस्व और आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को करीब छह घंटे तक धूरी में घेराव किया। आंदोलनकारियों ने प्रशासन को बकाया वसूलने के लिए धुरी चीनी मिल की नीलामी नहीं करने दी। गन्ना उत्पादक संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरजीत सिंह बुगरा ने कहा, आज हमारे दो सदस्य चीनी मिल की चिमनी पर चढ़ गए और हमने अनिश्चितकालीन विरोध शुरू कर दिया है। हमने तहसीलदार, नायब तहसीलदार, Kanungo और आबकारी कराधान अधिकारी (ईटीओ) और मिल में एक अन्य अधिकारी का भी घेराव किया और प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद उन्हें शाम को जाने की अनुमति दी।
द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, बुगरा ने आरोप लगाया कि, ईटीओ और अन्य अधिकारियों ने दावा किया कि मिल ने करोड़ों में करों का भुगतान नहीं किया था और वे अपना पैसा वसूल करने आए थे। हालांकि पिछले लगभग 40 वर्षों से बकाया राशि लंबित थी, आबकारी विभाग ने कभी इसकी परवाह नहीं की। आज जब प्रशासन हमारे पैसे की वसूली के लिए नीलामी शुरू करने वाला था तो अधिकारी मौके पर पहुंचे। हम बकाया राशि जारी होने तक धरना नहीं हटाएंगे।
धूरी एसडीएम अमित गुप्ता ने पुष्टि की कि , हमारे अधिकारियों को बंदी नहीं बनाया गया था, लेकिन वास्तव में हम प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर रहे थे कि उन्हें अपना विरोध समाप्त करने के लिए मना लिया जाए। चूंकि आज नीलामी के लिए कोई बोलीदाता नहीं आया, इसलिए हमने इसे टाल दिया है।