पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के गन्ना किसानों ने गन्ना उत्पादन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए बहु-फसल पैटर्न को अपनाया है। यूपी गन्ना अनुसंधान परिषद (UPCSR) के आधिकारिक आंकड़ों ने वर्ष 2022-23 के लिए प्रति हेक्टेयर गन्ने की उत्पादन लागत 2,41,356 रुपये अनुमानित की, जबकि किसानों ने लागत का आकलन 2,85,000 रुपये से अधिक किया है। इसमें सीधे सीधे किसानों को बड़ा नुकसान होते दिख रहा है। किसानों ने केवल गन्ने की खेती से हो रहे नुकसान की भरपाई के लिए गन्ने के साथ चने की बुवाई की है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, UPCSR द्वारा दर्शाए गए गन्ने की प्रति हेक्टेयर उपज 775 क्विंटल के अनुसार, सरकारी संस्थानों द्वारा आंकी गई गन्ना उत्पादन की प्रति क्विंटल लागत 311.42 रुपये थी, जबकि किसानों ने 368 रुपये प्रति क्विंटल लागत का अनुमान लगाया है। किसानों ने आरोप लगाया कि, राज्य सरकार द्वारा 350 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) से नुकसान हुआ है। किसान एसएपी में वृद्धि की उम्मीद में गन्ने की फसल की बुवाई जारी रखे हुए हैं। किसान राज्य सरकार से 400 रुपये प्रति क्विंटल एसएपी की मांग कर रहे हैं।