शासन की सख्ती के बाद भी गन्ना माफिया के हौसले बुलंद

पीलीभीत: उत्तर प्रदेश में किसानों के नाम पर गन्ने का जबरदस्त खेल चल रहा है। यहां के गन्ना माफियों ने मृतक किसान के नाम भी सट्टे जारी किये है। ऐसे किसानों के नाम भी गन्ने के सट्टे है जिनके पास कोई जमीन नहीं है और जिन्होंने कभी गन्ना नहीं उगाया। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पूरे खेल को पकड़ा है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़क कार्रवाई की जा रही है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने किसानों से उनकी खेती और गन्ने की फसल के लिए हलफनामा लिया था। जब राजस्व विभाग के पास आए और विभाग के अधिकारियों ने मिलान करना आरंभ किया तो पाया कि 3772 फर्जी सट्टे है। गहन जांच में यह भी पता चला कि जो किसान है ही नहीं और जिसकी मृत्यु हो चुकी है, उनके नाम पर भी सट्टे पाए गए। इससे सतर्क होकर गन्ना विभाग ने फर्जी सट्टे को पहले रद्द किया और पूरे मामले की जांच में जुट गया।

जांच में मालूम हुआ कि गन्ना माफियाओं ने किसानों से न्यूनतम कीमत पर उनके गन्ने खरीद लिये और राज्य सरकार को घोषणापत्र जमा कर आए। समिति स्तर से जांच कराई गई तो किसानों की वास्तविक जमीन से अधिक गन्ना बुवाई का रकबा दर्शा दिया गया। पूरे मामले में दोहरा उपज दर्शाया गया। राज्य सरकार ने मामला प्रकाश में आते ही आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी करने और जांच के आदेश दे दिये हैं।

जितेंद्र मिश्रा, जिला गन्ना अधिकारी के मुताबिक, सर्वे के बाद कराई गई जांच में 3772 सट्टे फर्जी मिलें हैं। राजस्व अभिलेखों से मिलान के बाद मामले का खुलासा हुआ है। इन सट्टों को बंद कर दिया गया है और घोषणा पत्रों की गहनता से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।

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