तमिलनाडु: पलाकोड चीनी मिल की पेराई की समयावधि बढ़ाने की मांग

धर्मपुरी: गन्ना किसानों ने जिला प्रशासन से पलाकोड में स्थित धर्मपुरी जिला सहकारी चीनी मिल (डीडीसीएसएम) के पेराई की समयावधि बढ़ाने का आग्रह किया है। किसानों ने कहा कि, यहां लाए गए 1,500 टन से अधिक गन्ने की पेराई नही की गई है और मिल शुरू करने से चीनी की रिकवरी दर में सुधार होगा। धर्मपुरी जिले में पलाकोड में डीडीसीएसएम और गोपालपुरम में सुब्रमण्य शिव सहकारी चीनी मिल (एसएससीएसएम) यह दो चीनी मिलें है। 2022 में जिले में अच्छी बारिश के चलते 20,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में गन्ने की अच्छी फसल हुई। हालाकि, शुक्रवार को DDCSM ने 2022-23 सीजन का पेराई सीजन का समापन किया।

किसानों के अनुसार, इस साल को-जेनरेशन यूनिट में दिक्कत और बॉयलर में तकनीकी खराबी की वजह से पलाकोड मिल में कुछ दिक्कतें आईं। इससे करीब 10 दिनों तक पेराई बंद रही। वर्तमान में यहां 1500 टन से अधिक गन्ना पेराई के बिना पड़ा है।तमिलगा विवसईगल संगम एसए चिन्नास्वामी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, DDCSM ने 10% से अधिक की रिकवरी दर के साथ दो लाख टन से अधिक गन्ने की पेराई की है। एसएससीएसएम मिल 10 मई तक पेराई करेगी। लंबित गन्ना पेराई में देरी से रिकवरी दर प्रभावित होगी। इसके अलावा, यह गन्ने के वजन को प्रभावित करेगा जिसके परिणामस्वरूप कीमतें कम होंगी। DDCSM के अधिकारियों ने कहा, लंबित गन्ने को गोपालपुरम में SSCSM में भेज दिया जाएगा। किसानों को गन्ने के मूल्य के बारे में चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उनका आकलन और वजन किया जा चुका है।

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