उत्तर पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में हो सकती है गिरावट

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि एक पश्चिमी विक्षोभ आने से हीटवेव की स्थिति में कुछ राहत मिल सकती है। वर्तमान में उच्च तापमान का दौर उत्तर पश्चिम भारत में है। राजस्थान, दक्षिण उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लू की स्थिति महसूस की गई है। तो वही दक्षिण हरियाणा, दक्षिण यूपी, दिल्ली के कुछ हिस्सों और दक्षिण बंगाल में हीटवेव की स्थिति में कोई बदवाल नहीं होगा।

IMD की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने ANI से बात करते हुए बताया, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज किया जा सकता है और हीटवेव की स्थिति की कम हो होने की सम्भावना है।

बढ़ते तापमान के कारण दिल्ली में सोमवार को भी लू का कहर जारी रहा। घर से निकलने के रूटीन बन जाने से लोग भीषण गर्मी से बचने के लिए तमाम तरह के एहतियात बरतते नजर आए। दिल्ली में उच्चतम दर्ज तापमान शनिवार को अधिकतम 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, रविवार को 42 डिग्री से ऊपर और सोमवार को 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंडीगढ़ में पिछले दो दिनों से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। रविवार को पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया और सोमवार को फिर ऐसा होने की सम्भावना बताई गई थी। पंजाब और हरियाणा भी बढ़ती गर्मी की चपेट में आ रहे हैं और कई स्थानों पर तापमान 44 डिग्री तक किया किया गया है। अगले दो दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बारिश होने की सम्भावना बताई गई है।

उत्तरी राज्यों में तापमान बढ़ रहा है किंतु समय-समय पर पश्चिमी विक्षोभ के कारण काफी राहत मिल रही है। गर्मी की लहरें आम तौर पर मई और जून के महीने में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान को प्रभावित करती हैं।

इस भीषण गर्मी ने उत्तर प्रदेश को भी अपने चपेट में ले लिया है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पारा 45 डिग्री को पार कर गया। चिलचिलाती गर्मी से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। बिहार में भी गर्मी 40 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ बरक़रार है।

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