बुवाई में होगा सुधार, मानसून ने पूरे देश को कवर किया

नई दिल्ली : देश के खाद्य बेल्ट के रूप में माने जाने वाले उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में अगले कुछ दिनों में रुक-रुक कर बारिश होने की उम्मीद है, जिससे बुवाई कार्यों में सुधार करने में मदद मिलेगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में कहा की, सामान्य समय से पांच दिन देरी के बाद मंगलवार को मॉनसून ने पूरे देश में दस्तक दे दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून दिल्ली सहित देश के शेष हिस्सों, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में आगे बढ़ गया है। इस प्रकार, मानसून ने 8 जुलाई की सामान्य तारीख के मुकाबले 13 जुलाई को पूरे देश को कवर किया है।

मौसम विभाग ने कहा, मानसून के आगे बढ़ने में देरी मुख्य रूप से बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र नहीं बनने के कारण हुई। इस बीच, देश में 1 जून से 13 जुलाई तक मानसून की बारिश 26.3 सेंटीमीटर रही, जो इस अवधि के लिए लंबी अवधि के औसत (एलपीए) से 6 प्रतिशत कम है। 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम बारिश दर्ज की गई। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और बिहार एकमात्र ऐसे राज्य हैं जहां अब तक अधिक वर्षा हुई है।

पहले मानसून के पूरे देश में आने की सामान्य तिथि 15 जुलाई थी। लेकिन, आईएमडी ने पिछले साल कई क्षेत्रों के लिए इसकी शुरुआत की तारीख को संशोधित किया। मंगलवार को, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिसके बाद आईएमडी ने दिल्ली में मानसून के आगमन की घोषणा की।हालांकि उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे, क्योंकि अधिकांश जलाशयों में पानी का स्तर सामान्य से कम हुआ था। राजस्थान, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में 8 बांधों में जल स्तर 8 जुलाई तक उनकी कुल क्षमता का 17% था, जबकि पिछले दस साल का औसत 35% है। कृषि मंत्रालय के अनुसार सामान्य क्षेत्र के लगभग आधे हिस्से में बुवाई पूरी हो चुकी है।

व्हाट्सप्प पर चीनीमंडी के अपडेट्स प्राप्त करने के लिए, कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
WhatsApp Group Link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here