नई दिल्ली : Federation of Indian Export Organisations (FIEO) के अध्यक्ष ए शक्तिवेल ने संवाददाताओं से कहा की, भारत जल्द ही रूस के साथ रुपये में व्यापार करना शुरू कर देगा क्योंकि भारतीय स्टेट बैंक इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए सहमत हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा भारत के निर्यात के लिए रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के भुगतान का निपटान करने के लिए एक तंत्र की घोषणा के कुछ महीने बाद शक्तिवेल की टिप्पणी आई है।FIEO के अध्यक्ष शक्तिवेल ने एक बयान में कहा, भारतीय रुपये में निर्यात-आयात की अनुमति देने वाली आरबीआई अधिसूचना से निर्यातकों को बहुत प्रोत्साहन मिला है। इससे हमें उन देशों को अपना निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी, जो विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहे हैं या जिनपर प्रतिबंध लगे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, इस वित्तीय वर्ष के पहले चार महीनों के दौरान रूस को भारत का निर्यात लगभग एक तिहाई गिर गया, जबकि आयात में वृद्धि जारी रही।एक अनुमान के अनुसार, भारत को रूसी तेल निर्यात में भारी उछाल आया है।रूसी कच्चा तेल अब भारत के आयातित तेल की खपत का लगभग दस प्रतिशत पूरा कर रहा है। यदि आरबीआई का यह तंत्र सफल होता है तो यह लंबे समय में भारतीय मुद्रा रुपये के अंतर्राष्ट्रीयकरण में एक लंबा सफर तय कर सकता है।एसबीआई रिसर्च ने हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा कि, वैश्विक मुद्रा बाजार में एक दिलचस्प विकास हो रहा है क्योंकि रेनमिनबी, हांगकांग डॉलर और अरब अमीरात दिरहम जैसी मुद्राओं में तेल और अन्य वस्तुओं के व्यापार में महत्वपूर्ण उछाल आया है।